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मिशन एक हजार वाले स्कूल भी नहीं सुधार पाए हायर सेकंडरी का परीक्षा परिणाम
डिजिटल डेस्क छतरपुर । लाख कोशिशों के बाद भी सरकारी स्कूलों की न तो शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार हो रहा है और न परीक्षा परिणाम में। बेहतर शिक्षा के लिए जिले के 33 हायर सेकंडरी स्कूलों को मिशन एक हजार के तहत चुना गया था। मिशन एक हजार के तहत चिन्हित स्कूलों में बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके, इसके लिए शासन द्वारा इन स्कूलों में पर्याप्त शिक्षक के साथ-साथ पठन पाठन से संबधित हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थीं। हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने के बाद भी मिशन एक हजार के तहत चिन्हित 17 स्कूल बेहतर परीक्षा परिणाम लाने में असफल साबित रहे। हालांकि इन स्कूलों के शिक्षक इसके लिए कोरोना काल को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
मॉडल नौगांव सबसे फिसड्डी
मिशन एक हजार में चयनित मॉडल हायर सेकंडरी नौगांव जिले भर में सब से फिसड्डी साबित हुआ है। पिछले साल मॉडल नौगांव ने जहां हायर सेकंडरी का परीक्षा परिणाम सौ प्रतिशत दिया था वहीं इस साल परीक्षा परिणाम घट कर 68 प्रतिशत आया है, यानी पिछले साल के मुकाबले परीक्षा परिणाम में 32 प्रतिशत की कमी आई है। जबकि नौगांव मॉडल स्कूल में पर्याप्त शिक्षक और स्कूल में शैक्षणिक व्यवस्थाओं से संबधित प्रर्याप्त सुविधाएं भी उपलब्ध है।
कन्या हायर सेकंडरी स्कूल लवकुशनगर का 22 प्रतिशत गिरा रिजल्ट
इसी तरह से कन्या हायर सेकंडरी लवकुशनगर के परीक्षा परिणाम में पिछले साल के परीक्षा परिणाम के मुकाबले 22 प्रतिशत की गिरावट आई है। वहीं हायर सेकंडरी मातगुवां का परीक्षा परिणाम पिछले साल के मुकाबले 13 प्रतिशत कम आया है। वहीं कन्या किशनगढ़ का परीक्षा परिणाम भी पिछले साल के मुकाबले 13 प्रतिशत कम आया है। हायर सेकंडरी रामटोरिया के परीक्षा परिणाम में भी भारी गिरावट आई है।
साल भर निरीक्षण के नाम पर घूमते रहे जिम्मेदार
सरकारी स्कूलों के बेहतर परीक्षा परिणाम आ सके इसके लिए शासन द्वारा स्कूलों एक- एक कर सुविधाएं और व्यवस्थाएं सुधारी जा रही हंै, लेकिन जिले के जिम्मेदार अधिकारी साल भर तरह-तरह के दावे करते और जब परीक्षा परिणाम आया तो सभी की पोल खुल गई। स्कूलों के निरीक्षण के नाम पर शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी एसी गाडिय़ों में घूमे और अपने फायदे के लिए शिक्षकों को खूब कारण बताओ नोटिस भी दिए, लेकिन जब परीक्षा परिणाम आया तो अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है।
गौरिहार, गंज, रगौली, चंदला हासे ने रिजल्ट सुधारे
मिशन एक हजार के चिन्हित स्कूलों में से कुछ ऐसे स्कूल हैं, जिन्होंने पिछले साल के मुकाबले इस साल परीक्षा परिणाम में सुधार किया है। सुधार लाने वाले इन स्कूलों ने जिले में मिशन एक हजार की लाज बचा ली है। सुधार करने वालों में हायर सेकंडरी स्कूल गौरिहार व हायर सेकंडरी गंज का नाम पहले नंबर पर हैं। इन स्कूल ने पिछले साल के मुकाबले इस साल परीक्षा परिणाम में क्रमश: 26- 26 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। रगौली स्कूल ने भी 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है। वहीं बालक हायर सेकंडरी चंदला ने भी पिछले साल के मुकाबले इस साल 21 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है।
Created On :   14 Aug 2020 3:37 PM IST