विदर्भ में मेडिकल पीजी पाठ्यक्रम में बढ़ सकती हैं 150 सीटें

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
विदर्भ में मेडिकल पीजी पाठ्यक्रम में बढ़ सकती हैं 150 सीटें

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया (एमआईसी) की ओर से मेडिकल कॉलेजों में पीजी पाठ्यक्रम में मान्यता प्राप्त शिक्षकों और छात्रों के अनुपात में बदलाव किया गया है। अनुपात संबंधी नए नियमों के अनुसार नागपुर और अकोला के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हास्पिटल  की ओर से 15 नए विषयों में पीजी पाठ्यक्रम के लिए आवेदन किया है। इसके अलावा छह अन्य मेडिकल कॉलेजों ने वर्तमान पाठ्यक्रमों में सीट बढ़ाने के लिए आवेदन किया है। अगर एमआईसी ने सभी आवेदन मंजूर कर लिए तो विदर्भ के मेडिकल कॉलेजों में वर्ष 2020-21 के लिए पीजी पाठ्यक्रम में 150 सीटों का इजाफा हाे सकता है। 

जीएमसीएच ने इन विषयों में किया है आवेदन

नागपुर जीएमसीएच के सूत्रों के अनुसार कॉलेज की ओर से साइक्रेटी, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमेस्ट्री, फॉरेसिंक मेडिसीन और रेडिएशन ऑकोलॉजी में पीजी पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए आवेदन किया है। कॉलेज में फिलहाल पीजी पाठ्यक्रम में 184 सीटें हैं। नई सीटों की अनुमति के बाद सीटों की संख्या बढ़कर 200 तक हो सकती है। जीएचसीएच अकोला ने दस नए पीजी पाठ्यक्रम की लिए आवेदन किया है। वहां फिलहाल सात पाठ्यक्रमों में 14 सीट है। नई सीटों के बाद ये कम से कम 20 तक हो सकती हैं। इसके साथ ही नागपुर के इंदिरा गांधी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल और यवतमाल के जीएमसीएच ने भी नई सीटों के लिए आवेदन किया है। निजी कॉलेजों में नागपुर के एनकेपी साल्वे मेडिकल कॉलेज, अमरावती के डॉ. पंजाब राव देशमुख मेडिकल कॉलेज, वर्धा के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल काॅलेज और सेवाग्राम महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज की ओर से भी नई सीटों के लिए आवेदन किया गया है।  

मेडिकल एजुकेशन रेगुलेशन -2000 में संशोधन

मेडिकल कौसिंल ऑफ इंडिया ने अप्रैल में पोस्ट ग्रेजुएशन मेडिकल एजुकेशन रेगुलेशन -2000 में संशोधन किया है। संशोधन में मान्यताप्राप्त पीजी शिक्षकों और छात्रों के अनुपात में बदलाव किया गया है। नए नियम का लाभ निजी मेडिकल कॉलेजों को भी मिलेगा। एमसीआई ने 15 वर्ष पुराने निजी कॉलेजों को सरकारी कॉलेज के समकक्ष माना है। अब 15 वर्ष पुराने निजी मेडिकल कॉलेजों में सरकारी मेडिकल कॉलेजों के समान शिक्षक-छात्र अनुपात मान्य होंगे। नियमों के अनुसार एसोसिएट प्रोफेसर जिन्हें यूनिट हेड का चार्ज भी है, को तीन पीजी छात्रों को गाइड करने की अनुमति होगी। पहले यह संख्या 2 थी। एसोसिएट प्रोफेसर जिनके पास यूनिट हेड का चार्ज नहीं है, उन्हें दो छात्रों को गाइड करने की अनुमति होगी। पहले यह संख्या एक थी। निजी और शासकीय सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में प्रोफेसर दो पीजी छात्रों को गाइड कर सकेंगे। पहले एक छात्र को कर सकते थे। एमसीआई के सचिव डॉ. आर.के. वत्स के द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार ऐसे मेडिकल कॉलेज जो सभी मापदंड को पूरा कर रहे हैं, पीजी में छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

Created On :   26 July 2019 3:36 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story