महासमुंद : प्रदेश में हुआ चैतरफा विकास : सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर मंत्री श्री लखमा ने प्रेस वार्ता में गिनाई उपलब्धियां

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
महासमुंद : प्रदेश में हुआ चैतरफा विकास : सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर मंत्री श्री लखमा ने प्रेस वार्ता में गिनाई उपलब्धियां

डिजिटल डेस्क, महासमुंद। राज्य सरकार ने देश में पहली गौधन न्याय योजना शुरू की: प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा महासमुंद छत्तीसगढ़ सरकार के चैतरफा विकास के काम करते हुए 02वर्ष पूर्ण होने पर आबकारी, उद्योग एवं प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा आज मंगलवार 15दिसम्बर को दोपहर 01.00बजे न्यू सर्किट हाउस लभराखुर्द महासमुंद में प्रेस वार्ता के दौरान सरकार की उपलब्धियों को विस्तार से गिनाया। राज्य सरकार के 02वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित प्रेस वार्ता में सम्मिलित होने से पहले कोरोना संक्रमण का भी ध्यान रखा गया। मंत्री श्री लखमा ने सहयोगियों के साथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस- की शुरुआत की। उन्होंने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार अपने 02साल के कार्यकाल को पूरा करने जा रही है, छत्तीसगढ़ बदल रहा है। विकास की गति को हमने आगे बढ़ाया है। प्रदेश के हर क्षेत्र में काम हो रहे है, अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य की सुविधा देनी हो या प्रदेश के अंदर सिंर्चाइं सभी पर ध्यान दिया गया है। आबकारी एवं उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा ने कहा कि जनता से किए वादे पर हमारी सरकार ने पहले दिन से ही अमल शुरू कर तत्काल बाद ही किसानों का कर्ज माफ और 2500रुपए में धान खरीदी जैसे अहम निर्णय लिए। हम गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के संकल्प के साथ काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि बस्तर जिले में अधिग्रहीत भूमि वापस की। प्रदेश में राजीव गांधी किसान योजना शुरू की। जिसका फायदा किसान भाइयों को मिलने लगा। प्रभारी मंत्री श्री लखमा ने कहा कि पिछले दो वर्षों में गाँव, गरीब, किसान, मजदूर, वनाश्रितो, महिलाओं, बच्चों, युवाओं सहित प्रदेश के सभी वर्गों के विकास के लिए अनेक कदम उठाए गए है। उन्होंने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना का भी जिक्र किया। मंत्री ने गौठान के बारें में भी बताया। इन गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट खाद के उत्पादन के साथ ग्रामीणों विशेषकर स्व-सहायता की महिलाएं स्वावलंबी बन रही हैं, वहीं बाड़ियों में साग-सब्जी का उत्पादन कर उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है। श्री लखमा ने देश में अपने तरह की पहली अनूठी योजना गौधन न्याय योजना के बारें में बताते हुए कहा कि इस योजना के तहत् पशुपालकों से दो रूपए की दर से गोबर की खरीदी की जा रही है। यह योजना किसानों के अतिरिक्त आय का साधन बनी है। उन्होंने कहा कि इन्द्रावती नदी पर 22हजार 653करोड़ रूपए की बोधघाट परियोजना का काम आगे बढ़ा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी परिवारों को खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है। मंत्री ने डाॅ. खूबचंद बघेल स्व-सहायता का जिक्र किया और कहा कि बी.पी.एल. परिवार को सलाना पाॅच लाख रूपए तक की निःशुल्क ईलाज की सुविधा दी जा रही है। मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत् बच्चें कुपोषण से मुक्त हो रहे है, वहीं एनेमिक महिलाएं भी एनिमिया से मुक्त हो रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी काम हुए है। प्रदेश में पहली बार शिक्षा के अधिकार के तहत् 12वीं तक निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि महासमुंद जिले में एक स्वामी आत्मानंद स्कूल इंग्लिश माध्यम स्कूल शुरू हो चुका है। पाॅच और इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि 29एकलव्य विद्यालय प्रारम्भ करने की स्वीकृति दी गई है। उन्होेंने कहा कि पहली बार हमारी सरकार ने तेन्दूपत्ता संग्रहण परिश्रम दर 2500से बढ़ाकर 4000रूपए मानक बोरा किया गया है। मंत्री श्री लखमा ने कहा कि पत्रकारों के लिए संवाद निधि राशि 5000से बढ़ाकर 10,000हजार रूपए की गई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पत्रकार सुरक्षा कानून की तैयारियां अंतिम चरण में है। मंत्री ने बिजली पर बात करते हुए कहा कि उनके सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं को हाफ बिजली की सुविधा प्रदान की है। इसके साथ ही दो वर्षों में 102उप केन्द्रों का निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहले 27जिले थे जो अब 28हो गए है जो कि गौरेला-पेण्ड्रा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19के चलते और लाॅकडाउन के दौरान प्रदेश के 25लाख लोगों की मदद की गई है। इसके साथ ही पत्रकारों का रोजगार पर किए गए सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि महासमुुंद में मनरेगा के तहत अच्छा काम हुआ हैं तथा मजदूरी का भुगतान सभी को किया गया है।

Created On :   16 Dec 2020 1:08 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story