महाराजबाग जू पर फिलहाल आंच नहीं, आदेश निरस्त

Maharajbagh zoo de recognition order set aside by government
महाराजबाग जू पर फिलहाल आंच नहीं, आदेश निरस्त
महाराजबाग जू पर फिलहाल आंच नहीं, आदेश निरस्त

डिजिटल डेस्क, नागपुर । सीजेडए (द सेंट्रल जू अथाॅरिटी) की ओर से महाराजबाग चिड़ियाघर की मान्यता रद्द करने संबंधी आदेश निरस्त हाे गया है। 23 जुलाई को संबंधित आदेश चिड़ियाघर प्रबंधन को मिला है। गत 11 मार्च को इस मामले में सीजेडए के सामने महाराजबाग ने अपना पक्ष रखा था, जिसके आधार पर मान्यता रद्द किए जाने का आदेश निरस्त किया गया है। 

टीम लगातार मूल्यांकन करती रही

उल्लेखनीय है कि जू रूल्स 2009 के अंतर्गत आने वाले कई नियमों और आदेशों का पालन नहीं किए जाने के कारण सीजेडए महाराजबाग की मान्यता जारी रखने के आवेदन को अस्वीकार कर दिया है। इस बाबत जारी सीजेडए का पत्र 29 नवंबर को जारी किया गया था। इसके पहले महाराजबाग को सीजेडए से पहला शोे कॉज नोटिस दस दिसंबर 1997 में जारी किया गया था। नोटिस में कहा गया था कि प्रबंधन या तो चिड़ियाघर को बंद कर दे या किसी बेहतर जगह पर शिफ्ट किया जाए। उसके बाद सीजेडए की टीम समय-समय पर चिड़ियाघर का मूल्यांकन कर रही थी। अंतिम मूल्यांकन 2018 जनवरी में किया गया था। इस संबंध में केंद्र सरकार से अपील के बाद सीजेड ने मास्टर प्लान में संशोधन के लिए राजी हुआ।

15 दिन में प्लान भेज दिया जाएगा

महाराजबाग जू के इंचार्ज एसएस बावस्कर ने बताया कि हमने सुनवाई के दौरान बताया था कि मास्टर प्लान पास न होने से कुछ काम नहीं हुए हैं और सीजेडए की ओर से बताए गए सुधार के लिए मास्टर प्लान पारित होना आवश्यक है। पिछले दिनों जू डिजाइनिंग एक्सपर्ट ग्रुप ने महाराजबाग चिड़ियाघर के मास्टर प्लान की बारीकी से जांच की है। अगले 15 दिन में प्लान सीजेडए  को भेज दिया जाएगा। 

इन सुधारों के अनुसार तैयार करना है मास्टर प्लान

चिड़ियाघर में रह रहे जीवों के बाड़ों और देख-रेख में सुधार को प्राथमिकता। उनके बाड़ों को सीजेडए के दिशा-निर्देश के अनुसार न्यूनतम स्थान उपलब्ध करना।

चिड़ियाघर में फिलहाल जाे जीव नहीं हैं, उनके लिए प्रस्तावित बाड़ों की जगह को मास्टर प्लान से हटाना और प्लान को उसके अनुसार सुधारना। उदाहरण के लिए चिड़ियाघर में फिलहाल सफेद बाघ नहीं हैं। प्लान में प्रस्तावित सफेद बाघ के बाड़ को हटाना।

तेंदुए के बाड़े का क्षेत्रफल बढ़ाना और उसके खाना दिए जाने की जगह और आरामगाह को एनिमल्स कलेक्शन प्लान के मुताबिक तैयार करना। ऐसे जानवर जो चिड़ियाघर में अकेले हैं, उनके लिए जोड़े की व्यवस्था करना। फिलहाल महाराजबाग में टाइगर, स्लोथ बेयर और लंगूर के लिए जोड़े की व्यवस्था नहीं है। 

चिड़ियाघर आने वालों के लिए एक ही दिशा में भ्रमण का प्रावधान करना।

चिड़ियाघर में प्रवेश व निकाल के लिए एकल द्वार की व्यवस्था और वर्तमान प्लान के दिखाए गए बहुमार्ग व्यवस्था में सुधार।

लुप्तप्राय : प्रजाति क्षेत्र की जरूरत नहीं है। इसके लिए प्रस्तावित जगह को ग्रीन एरिया बनाया जाए।

पशु चिकित्सा अस्पताल समेत अन्य स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं उचित स्थान पर स्थानांतरित किया जाए।

सुधारित मास्टर प्लान में एनिमल्स कलेक्शन प्लान के तहत विस्तार से टाइम लाइन के साथ बताया जाए कि जीवों के लिए जोड़े की व्यवस्था और बाड़े काे सीजेडए के दिशा-निर्देश के अनुसार बनाना शामिल हो।

Created On :   25 July 2019 12:24 PM IST

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