यात्रियों का प्रतिसाद कम और लंबी दूरी की सेवा बंद होने का असर

Low passenger response and impact of long distance service shutdown
यात्रियों का प्रतिसाद कम और लंबी दूरी की सेवा बंद होने का असर
वर्धा यात्रियों का प्रतिसाद कम और लंबी दूरी की सेवा बंद होने का असर

डिजिटल डेस्क, वर्धा। गत चार सप्ताह पूर्व से रापानि की सेवा निजी चालक-वाहक और कुछ स्थायी कर्मचारियों के साथ सुचारू की गई है। परंतु लंबे दूरी की फेरियां बंद होने और सभी ग्रामीण फेरियां बंद होने से रापानि को यात्रियों का प्रतिसाद कम मिल रहा है। जिसके चलते रापानि को रोजाना साढ़े 5 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है। बता दे कि विविध मांगों को लेकर वर्धा विभाग के 5 डिपो के कुल 1 हजार 650 कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे। जिसके चलते निरंतर ढाई माह से कोई भी कर्मचारी कार्य पर नहीं लौटने के कारण रापनि वर्धा विभाग को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। लेकिन तीन से चार सप्ताह पूर्व निजी वाहन चालक और कुछ स्थायी कर्मचारियों के साथ रापनि की सेवा कुछ प्रमाण में सुचारू की गई है। जिसमें से वर्धा-नागपूर, वर्धा-यवतमाल, वर्धा-अमरावती, वर्धा-आर्वी, वर्धा-पुलगांव, वर्धा-हिंगणघाट इन जगहों की सेवा शुरू की गई है। परंतू सामान्य समय की तुलना में 150 फेरियां वर्तमान में बंद होने के कारण रापानि का वर्धा विभाग नुकसान में चल रहा है।  

140 फेरियां सुचारू 
सामान्य समय पर रोजाना वर्धा विभाग की आने और जाने वाली कुल मिलाकर 300 फेरियां हुआ करती थी परंतु कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण वर्तमान में वर्धा विभाग की 140 फेरियां सुचारू है। 

नियुक्ति की प्रतीक्षा में 31 कर्मचारी

2019 में सीधे भर्ती में चयनित हुए 31 कर्मचारियों का प्रशिक्षण पूर्ण हुआ है। इन सभी चयनित 31 कर्मियों को नियुक्ति का इंतजार है। बावजूद इसके वर्तमान में रापानि वर्धा विभाग निजी कर्मचारियों के साथ काम कर रहा है। 

Created On :   31 Jan 2022 6:33 PM IST

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