वि‌धिविधान से मनाया नवग्रह शनि मंदिर में शनि जन्मोत्सव

Lawfully celebrated Shani birth anniversary in Navagraha Shani temple
वि‌धिविधान से मनाया नवग्रह शनि मंदिर में शनि जन्मोत्सव
अर्चना वि‌धिविधान से मनाया नवग्रह शनि मंदिर में शनि जन्मोत्सव

डिजिटल डेस्क, अकोला। गीता नगर बायपास स्थित नवग्रह शनि मंदिर में 30 मई को शनि नवग्रह देवता का जन्मोत्सव विधिविधान से पूजा अर्चना कर धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर 21 किलों का केक काटकर भक्तों में प्रसाद वितरित किया गया। बायपास पुल के पास स्थित नवग्रह शनि मंदिर में श्री गणेश, माता लक्ष्मीजी, माता सरस्वती, श्री रामदेव बाबा, श्री राम दरबार, शंकर भगवान एवं श्री भैरव बाबा की मूर्तियां विराजित हैं। इस मंदिर में संपूर्ण वर्ष भर अनेक धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसमें शनि जन्मोत्सव, शनि जयंती सहित अन्य आयोजनों का समावेश है। मंदिर की स्थापना अकोला के पुराना शहर निवासी ज्योतिषाचार्य पं.भंवरलाल मंगनीराम शर्मा के हाथों की गई थी। मंदिर में प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी श्री शनि नवग्रह देवता का जन्मोत्सव 30 मई, सोमवार को विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान के साथ मनाया गया। इसमें सोमवार को सुबह 10 बजे श्री शनि भगवान का अभिषेक पूजा-पाठ एवं होम-हवन कर 21 किलो का केक काटकर भक्तों के साथ महाआरती कर बाद में प्रसाद का वितरण किया गया। शाम को अकोला के प्रसिद्ध भजन गायक राधेश्याम शर्मा राजपूतपुरावाले वाले एवं राधेश्याम शर्मा नारियलवाले की सुमधुर वाणी में एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत किए गए। इन भजनों की सुमधुर स्वर लहरियों परिसर भक्तिमय हो उठा। इस आयोजन का लाभ सैकड़ों भक्तों ने लिया। श्री नवग्रह शनि मंदिर में हर रविवार को सुन्दरकाण्ड का पाठ किया जाता है। नवग्रह मंदिर में आयोजित जन्मोत्सव के अवसर पर अपनी राशि के अनुसार ग्रह शांति जलाभिषेक आदि कर भक्त शनि देवता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। जन्मोत्सव के दौरान मंगलवार 31 मई को दोपहर 12 बजे से महाप्रसाद का आयोजन किया गया। जिसका लाभ बड़ी संख्या में भक्तों ने लिया। ऐसी जानकारी मंदिर के सर्वेसर्वा पं. दिनेश भंवरलाल शर्मा ने दी हैं। 

शनि जन्मोत्सव पर चांदी की पोशाख पहनकर सजे शनिदेव

विगत कई वर्षों के बाद सोमवती अमावस्या के दिन शनि जन्मोत्सव आया जो एक दुर्लभ योग है। इसके अनुसार अकोला के गांधी रोड स्थित प्राचिन शनि मंदिर में सुबह 5 बजे से विधिविधान से पूजा अर्चना कर प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी शनि देवता को चांदी की पोशाख धारण कराई गई। शनि जन्मोत्सव पूजन के यजमान नरेंद् केजडीवाल परिवार का सहभाग रहा। इस पूजा का पौरोहित्य शर्मा परिवार की ओर से किया गया। शाम को महाआरती मंदिर से विस्वस्तों के हाथों सामूहिक रुप से की गई। पश्चात 56 भोग अर्पण किया गया। शाम को 7 बजे से भजनकार डब्बू शर्मा की भजन संध्या संपन्न हुई। इसमें में गायक शर्मा ने एक से बढ़कर एक सुमधुर भजों की प्रस्तुति कर सभी को भावविभोर कर दिया। साथ ही रात में 12 बजे जन्मोत्सव की आरती कर 56 भोग का प्रसाद वितरण किया गया। 31 मई मंगलवार को अग्रसेन भवन में महाप्रसाद का वितरण किया गया। जिसका लाभ नागरिकों ने लिया। ऐसी जानकारी पं.विशाल शर्मा ने दी। 

 

Created On :   2 Jun 2022 6:31 PM IST

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