केरल प्लेन क्रैश: पायलट डीवी साठे की मौत से पवई में मातम, मां ने कहा- मेरा बेटा महान था, हमेशा दूसरों की मदद करता था
डिजिटल डेस्क, मुंबई। केरल के कोझिकोड हवाईअड्डे पर एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान क्रैश होने की घटना में दोनों पायलटों की जान चली गई। पायलट कैप्टन दीपक वसंत साठे (डीवी साठे) की मौत के बाद उत्तर पूर्व मुंबई के पवई उपनगर में मातम पसर गया है। 58 वर्षीय कैप्टन साठे पवई स्थित जलवायु बिल्डिंग के निवासी थे। घटना के बाद डीवी साठे की मां ने पायलट को महान बेटा बताते हुए कहा, वह हमेशा दूसरों की मदद करते थे।
He was a great son always first one to help others in need. His teachers still appreciate him: Neela Sathe, mother of late captain DV Sathe who was flying the flight which crash-landed at #Kozhikode airport
— ANI (@ANI) August 8, 2020
18 people, including the two pilots, lost their lives in the incident. pic.twitter.com/wm6GLbzth0
कैप्टन डीवी साठे की मां ने शनिवार को कहा, वह एक महान पुत्र था और हमेशा जरूरत में दूसरों की मदद करने वाला व्यक्ति था। उनके शिक्षक अभी भी उनकी सराहना करते हैं। जानकारी के अनुसार, पायलट के दो बेटे हैं। एक बेंगलुरू में रहता है, जबकि दूसरा अमेरिका में रहता है। वायुसेना के पुरस्कार विजेता एक पूर्व अधिकारी कैप्टन साठे का 30 सालों का लंबा और दुर्घटनामुक्त उड़ान रिकॉर्ड रहा है, जिसमें से लगभग 18 साल उन्होंने एयर इंडिया को दिए थे।
सज्जन इंसान और बेहतरीन पायलट थे साठे
सेवानिवृत्त नौसेना कमांडर सैम टी. सैमुएल ने दुर्घटना में मारे गए पायलट दीपक वसंत साठे को याद करते हुए कहा, मैंने एक अच्छे दोस्त को खो दिया, जो एक सज्जन इंसान और एक बेहतरीन पायलट था। सैमुअल एयरफोर्स अकादमी हैदराबाद में साठे के कोर्समेट थे।
सैमुएल ने कहा, साठे एनडीए में मुझसे दो साल जूनियर थे, हम 1980-81 के दौरान हैदराबाद अकादमी में एक ही कोर्स में थे। हमने वहां साथ में उड़ान भरना सीखा था। साठे ने जो कुछ भी किया, उसका एक क्लास था और वह हमेशा मजबूती से उभर कर सामने आता था, चाहे वह एनडीए या अकादमी में हो और वायु सेना में अपने करियर के दौरान। वह एक अनुभवी टेस्ट पायलट भी थे।
हम आखिरी बार पिछले साल उनसे मिले थे। वह जब भी कोच्चि के लिए उड़ान भरते थे, हम जरूर मिलते थे। सैमुएल ने कहा, एक उत्साही और मिलनसार व्यक्ति होने के साथ ही वह एक असाधारण प्रतिभाशाली पायलट भी था। विमानन उद्योग ने एक महान व्यक्तित्व खो दिया है और मैंने एक अच्छा दोस्त खो दिया।
पापा बनने वाले थे को-पायलट अखिलेश
हादसे में जान गंवाने वाले को-पायलट अखिलेश कुमार के चचेरे भाई बासुदेव ने बताया, वह बहुत विनम्र और अच्छे व्यवहार वाले व्यक्ति थे। उनकी पत्नी गर्भवती हैं और अगले 15-17 दिनों में अपने बच्चे को जन्म देने वाली हैं। अखिलेश 2017 में एयर इंडिया में शामिल हुए थे और लॉकडाउन से पहले घर आए थे।
He was a very humble, polite, well-behaved person. His wife is expecting to deliver their child in the next 15-17 days. He joined Air India in 2017 and had come home last, before lockdown: Basudev, cousin of co-pilot Akhilesh Kumar who lost his life in the #KozikhodePlaneCrash pic.twitter.com/seIqt4VfWi
— ANI UP (@ANINewsUP) August 8, 2020
गौरतलब है कि, वंदे भारत मिशन के तहत दुबई से भारतीयों को लेकर केरल पहुंचा एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान शुक्रवार रात करिपुर के कोझिकोड एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान रनवे से फिसलने के बाद 35 फिट गहरी खाई में जा गिरा और दो टुकड़ों में टूट गया। इस हादसे में अबतक दो पायलटों समेत 18 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि कई घायल हुए हैं। विमान में 191 लोग सवार थे।
Created On :   8 Aug 2020 12:53 PM IST