झारखंड सरकार गिराने का मामला - जांच के लिए झारखंड एसआईटी आएगी महाराष्ट्र, आघाडी सरकार करेगी सहयोग

Jharkhand SIT will come for investigation in Maharashtra
झारखंड सरकार गिराने का मामला - जांच के लिए झारखंड एसआईटी आएगी महाराष्ट्र, आघाडी सरकार करेगी सहयोग
झारखंड सरकार गिराने का मामला - जांच के लिए झारखंड एसआईटी आएगी महाराष्ट्र, आघाडी सरकार करेगी सहयोग

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा प्रदेश के अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक ने झारझंड की जेएमएम-कांग्रेस सरकार गिराने को लेकर महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री तथा प्रदेश भाजपा के महासचिव चंद्रशेखर बावनकुले और भाजपा के कई नेताओं पर षड्यंत्र करने का गंभीर आरोप लगाए हैं। मलिक ने कहा कि सरकार गिराने के मामले की जांच के लिए झारझंड पुलिस की एसआईटी टीम मुंबई आने वाली है। महाराष्ट्र सरकार और यहां की पुलिस झारझंड की एसआईटी के जांच कार्य में पूरी तरह से सहयोग करेगी।सोमवार को प्रदेश राकांपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में मलिक ने कहा कि झारझंड सरकार गिराने की साजिश में महाराष्ट्र कनेक्शन सामने आ रहा है। मलिक ने कहा कि झारझंड पुलिस ने पत्रकार अभिषेक दूबे को गिरफ्तार किया है। दूबे ने पुलिस जांच में कई अहम खुलासे किए हैं। मलिक ने कहा कि बावनकुले के भांजे और कारोबारी जय कुमार बेलखड़े के जरिए झारखंड के कांग्रेस विधायक अमित कुमार यादव, कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी और निर्दलीय विधायक उमाशंकर अकेला को दिल्ली बुलाया गया था। दिल्ली के एक पांच सितारा होटेल में बावनकुले ने महाराष्ट्र भाजपा के दो विधायकों के साथ झारखंड के इन तीनों विधायकों से मुलाकात की थी। उस बैठक में झारखंड के तीनों विधायकों को पैसे देने की बातचीत हुई। इसके बाद तीनों विधायक झारझंड लौट गए। इसके बाद 21 जुलाई 2021 को मुंबई भाजपा के पूर्व महासचिव मोहित भारतीय, अमित यादव और आशुतोष ठक्कर झारझंड की राजधानी रांची के एक होटल में मिले थे। जहां ये लोग विधायकों को बातचीत कर पैसों को प्रलोभन दे रहे थे। जब भाजपा नेताओं को पुलिस छापे की आहट लगी तो वे मुंबई लौट आए। बाद में झारझंड पुलिस के छापे में तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई। इसमें एक शराब कारोबारी है। बावनकुले पूर्व की भाजपा सरकार में आबकारी मंत्री थे। शायद उस कारोबारी से बावनकुले के संबंध होंगे। मलिक ने कहा कि झारझंड पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी की तीन टीमों का गठन किया है। इसमें से एक टीम महाराष्ट्र आएगी तो यहां की पुलिस झारझंड की एसआईटी को पूरी मदद करेगी। मलिक ने कहा कि बावनकुले कह रहे हैं कि उन्होंने झारखंड को देखा नहीं है लेकिन जांच में बावनकुले के झारखंड में नहीं बल्कि दिल्ली में जाने की बात सामने आ रही है। 

मंत्री पद के साथ 50 करोड़ का प्रलोभन 

मलिक ने कहा कि महाराष्ट्र बाढ़ के संकट में है। लेकिन महाराष्ट्र के भाजपा विधायक और नेता झारखंड सरकार गिराने में मस्त हैं। झारखंड के सत्ताधारी विधायकों को मंत्री पद और 50 करोड़ रुपए देने का प्रलोभन दिया जा रहा है। भाजपा यदि इस राशि का इस्तेमाल महाराष्ट्र में बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए करती तो जनका के बीच उसकी स्वीकार्यता बढ़ती। मलिक ने कहा कि धन बल के सहारे सरकार गिराना भाजपा का कोई नया काम नहीं है। इसके पहले भाजपा ने मध्यप्रदेश और कर्नाटक की कांग्रेस की सरकार गिराई है। मलिक ने कहा कि महाराष्ट्र में भी महाविकास आघाड़ी की सरकार गिराने की चर्चा होती रहती है लेकिन महाराष्ट्र में भाजपा के लिए सरकार गिराना संभव नहीं है। 

मलिक के आरोप बेबुनियाद 

जबकि प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने कहा कि मलिक के आरोपों में कोई तथ्य नहीं है। मुझे लगता है कि बेबुनियाद बातों पर टिप्पणी करने की जरूरत नहीं है। 

मेरी सरकार गिराने की औकात नहीं- बावनकुले

दूसरी ओर सरकार गिराने की साजिश के आरोपों पर भाजपा नेता बावनकुले ने कहा कि मेरी झारखंड सरकार गिराने की औकात नहीं है। मैंने आज तक झारखंड देखा ही नहीं है। मैं महाराष्ट्र भाजपा का नेता हूं। मेरा झारखंड से क्या लेना देना है? वहां जाकर मैं सरकार गिराने की साजिश करूं यह कैसे हो सकता है? किसी ने मुझे बदनाम करने की साजिश की है। बावनकुले ने कहा कि मुझे नहीं मालूम कि आरोपियों ने मेरा नाम क्यों लिया है लेकिन यह बात पक्की है कि मैंने झारखंड नहीं देखा है। इस मामले में पुलिस अपनी जांच करेगी।

Created On :   26 July 2021 8:59 PM IST

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