सतना के जैवलीन प्लेयर को मिला यूथ एशियन एथलेटिक्स चैपिंयनशिप में मौका

Javelin player got a chance in Youth Asian Athletics Championship
सतना के जैवलीन प्लेयर को मिला यूथ एशियन एथलेटिक्स चैपिंयनशिप में मौका
मध्य प्रदेश सतना के जैवलीन प्लेयर को मिला यूथ एशियन एथलेटिक्स चैपिंयनशिप में मौका

डिजिटल डेस्क, सतना। जिले के एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाला हिमांशु मिश्रा अब यूथ एशियन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में अपने हुनर का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। चोटिल होने के बावजूद हिमांशु ने न केवल राजधानी से लेकर देश के अनेक हिस्सों में अपने गांव और प्रदेश का नाम रोशन किया है बल्कि यूथ नेशनल एथलेटिक्स स्पर्धा में अपने कॅरियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए यूथ एशियन एथलेटिक्स चैपिंयनशिप में भी जगह बना ली है। हिमांशु माधवगढ़ के नजदीक बरहा गांव के रहने वाले हैं। बेहद अभाव के बीच पले-बढ़े हिमांशु ने अपने भाला फेंक हुनर का लोहा मनवाया है।

ऐसे हुआ सलेक्शन

हाल ही में भोपाल में आयोजित नेशनल क्वॉलीफाइंग कम्पटीशन में हिमांशु ने अंतिम क्षणों में 69.72 मीटर दूर भाला फेंककर अक्टूबर माह में होने वाली यूथ एशियन चैम्पियनशिप के लिए क्वॉलीफाइ कर लिया। हिमांशु के कोहनी में करीब 20 दिनों से खिंचाव के कारण दर्द था इसके बाद भी वह पीछे नहीं हटा और अंत में स्पर्धा में दूसरे स्थान पर रहे इसके बावजूद उनका सलेक्शन एशियाई चैपिंयनशिप के लिए किया गया। 

कौन है यह खिलाड़ी

गौरतलब है कि हिमांशु के पिता विनय मिश्रा और गृहिणी मां माया मिश्रा के इकलौते पुत्र हिमांशु का भाग्य लकड़ी के भाले ने बदल दिया। 17 साल के हो चुके हिमांशु के पास अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरने वाला भाला (जैविलीन) है। इसे हासिल करने के लिए हिमांशु के पिता कर्जदार हो गए हैं। पिता की माली हालत ठीक नहीं है। यही कारण था कि उसने जुगाड़ से लकड़ी को भाला बनाया और घर से करीब तीन किलोमीटर दूर स्थित आम के पेड़ों के बीच खाली पड़े मैदान में अभ्यास शुरू कर दिया। 

और भी अवॉर्ड हैं झोली में 

पिछले पांच माह से हिमांशु राजस्थान मेवाड़ के कोच खडग सिंह से भाला के तौर तरीके सीख रहे हैं। उन्होंने 2021 में गुवाहाटी में हुए 36वें जूनियर नेशनल में जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल अपने नाम किया तो रायपुर में 32वां वेस्ट जोन रायपुर में स्वर्ण पदक जीतने में कामयाबी हासिल की। दिल्लीके थर्ड इंडियन जैवलिन चैलेंज चौथे स्थान से ही ही संतोष करना पड़ा मगर कड़ी मेहनत के बाद इसी साल एमपी यूथ चैम्पियनशिप में गोल्ड झटक लिया।

8 मई को जमशेदपुर में हुई फोर्थ ओपन इंडियन जैवलिन चैलेंज में हिमांशु ने 66.40 मीटर भाला फेंक कर सिल्वर मेडल अपने नाम किया। हिमांशु ने 4 जून से 15 जून तक पंचकुला हरियाणा में हुए खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भाग लिया जिसमें सिल्वर मेडल जीता था। अब इनकी नजर एशियन एथलेटिक्स चैपिंयनशिप पर है।

Created On :   20 Sept 2022 5:44 PM IST

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