खास रविवार, जब साथ रहा पूरा परिवार

Janata curfew special sunday when the whole family was together
खास रविवार, जब साथ रहा पूरा परिवार
खास रविवार, जब साथ रहा पूरा परिवार

 डिजिटल डेस्क, नागपुर।  ‘जनता कर्फ्यू’ के दौरान शहर से लेकर ग्रामीण और राष्ट्रीय महामार्ग तक सब बंद रहे। लोगों ने स्वयंस्फूर्त ‘कर्फ्यू’ लगा कर कोरोना से लड़ने का संकल्प लिया। सालों बाद ऐसा रविवार रहा, जब परिवार एक साथ रहा। ‘कर्फ्यू’ के दौरान पुलिस सड़कों और चौराहों पर तैनात रही, लेकिन उसे कोई ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। लोग खुद ही सड़कों से दूर रहे। जो निकले वे आवश्यक कामों से ही निकले, जिन्हें रोककर पुलिस ने छोड़ दिया। हालांकि कुछ जगह जरूर पुलिस की सख्ती दिखी, लेकिन यह सख्ती उनके लिए इस्तेमाल की गई जो बिना काम सड़कों पर घुमकर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे थे। पुलिस को कहीं भी बल प्रयोग करने की नौबत नहीं आई। 

चारों तरफ सन्नाटा
 1. बाजार: जो बाजार कभी भयंकर त्रासदी या राष्ट्रीय शोक में भी बंद नहीं हुए, उनमें सन्नाटा पसरा था। सीताबर्डी, धरमपेठ, इतवारी, महल, गांधीबाग, गिट्टीखदान, सदर, जरीपटका, कमाल चौक, खामला आदि स्वयंस्फूर्त बंद रहे। 
2.सड़कें : जो सड़कें राजनीतिक दलों के बंद आह्वान पर भी नहीं रुकी, वे वीरान थीं। सबसे व्यस्त कहे जाने वर्धा मार्ग से लेकर कामठी रोड, सीए रोड से लेकर अमरावती रोड सहित अनेक सड़कों पर यही नजारा रहा। 
3.रेलवे : शायद इतिहास का यह पहला मौका है, जब रेल के पहिये रूके रहे। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे और मध्य रेलवे की सभी ट्रेनें बंद रहीं। वे गाड़ियां ही शुरू दिखी, जो लंबी दूरी की है। उसमें भी आधी गाड़ियों का यात्रियों की कम संख्या के कारण रद्द की गई। विशेष यह कि नागपुर, अजनी, इतवारी रेलवे स्टेशन और सभी प्लेटफार्म किसी वीरान जगह की तरह लग रहे थे।  
4.सड़क परिवहन : सड़कों पर दौड़ने वाली आपली बस, एसटी, निजी बसें पूरी तरह बंद रहीं। एक भी बस सड़क पर दौड़ते नहीं दिखी। ऑटो, रिक्शे से लेकर निजी वाहन भी नहीं दिखे। 
5.बंदोबस्त : यह पहला मौका था, जब पुलिस को ‘कर्फ्यू’ में अपने बल का प्रयोग नहीं करना पड़ा। पुलिस जगह-जगह तैनात थी, लेकिन किसी भी तरह की उन्हें परेशानी नहीं उठानी पड़ी। लोग खुद ही उनमें चाय, बिस्किट और पानी ले जाकर देते दिखे, ताकि डटे रहें। 
6. अस्पताल: पहली बार मेयो-मेडिकल सहित अन्य अस्पतालों से भी भीड़ नदारद दिखी। मेयो-मेडिकल के कैजुअलिटी विभाग में भी रोजाना की अपेक्षा कई प्रतिशत कम लोग पहुंचे। 

Created On :   23 March 2020 1:21 PM IST

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