जयपुर: समेकित बाल विकास सेवाएं और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से वार्ता के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी और सहायिका का धरना हुआ समाप्त
डिजिटल डेस्क, जयपुर। समेकित बाल विकास सेवाएं और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से वार्ता के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी और सहायिका का धरना हुआ समाप्त विभिन्न मांगों पर बनी आपसी सहमति प्रदेश में चल रहे आशा सहयोगिनियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं का कई दिनों से चल रहा धरना बुधवार समेकित बाल विकास सेवाएं और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से हुई वार्ता के बाद समाप्त हो गया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक श्री नरेश ठकराल और आईसीडीएस की निदेशक डॉ. प्रतिभा सिंह ने बताया कि बुधवार को आशा सहयोगिनी संगठन, राजस्थान के प्रतिनिधि मंडल ने उनकी मांगों के सम्बन्ध में महिला एवं बाल विकास विभाग के अन्तर्गत निदेशालय समेकित बाल विकास सेवाएं तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ वार्ता की। वार्ता के दौरान प्रतिनिधि मंडल से विभिन्न मांगों पर चर्चा की गई और कुछ मांगों के बारे में अवगत कराया गया। 1. आई.सी.डी.एस. एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इनका सरल जॉब व कार्य विभाजन तय किया जाएगा, जिसमें आंगनबाड़ी मानदेयकर्मी- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका तथा आशा सहयोगिनी के मध्य कार्य विभाजन व दायित्व सरल रूप में निर्धारित किया जाएगा। 2 .आशा फैसिलिटेटर के अन्तर्गत आशा सहयोगिनी से चयन के लिए स्पष्ट प्रक्रिया शीघ्र जारी की जाएगी। 3. ए.एन.एम. प्रशिक्षण के लिए आशा सहयोगिनी का कोटा विस्तार करने हेतु कार्यवाही की जाएगी। 4. आशा सहयोगिनियों की मानदेय वृद्धि सम्बन्धी वित्तीय मांगे राज्य सरकार से सम्बन्धित है, जिन पर विचार करने के लिए प्रकरण पत्रावली पर राज्य सरकार को प्रेषित कर दिया गया है। 5.आशा सहयोगिनी को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त होने वाले इंसेंटिव में तर्कसंगत वृद्धि के लिए भारत सरकार को पत्र प्रेषित किया जाएगा। 6. आशा सहयोगिनी को मोबाईल डाटा के लिए प्रावधान किये जाने के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भिजवाया जायेगा। 7. आंगनबाड़ी केन्द्र पर दैनिक उपस्थिति मोबाईल वॉट्स अप के जरिये नही की जायेगी । इस अवसर पर आशा सहयोगी संगठन के विभिन्न पदाधिकारी उपस्थित रहे।
Created On :   31 Dec 2020 3:48 PM IST