आदर्श प्रशासक का दायित्व है कि तथ्यों की जांचकर सही खबर ही मीडिया को दें -आयुक्त
डिजिटल डेस्क, जयपुर। 3 नवम्बर। सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त श्री महेन्द्र सोनी ने कहा है कि कोई खबर गोपनीय नहीं होती, एक प्रशासक का दायित्व है कि वह तथ्यों की पूरी तरह जांच कर लोकहित की सही खबर को सही समय पर मीडिया को दें। श्री सोनी मंगलवार को हरिशचन्द्र माथुर राज्य लोक प्रशासन संस्थान रीपा में आयोजित ‘‘सेशन ऑन मीडिया हैन्डलिंग’’ कार्यक्रम में भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अपने लगभग 30 वर्ष के प्रशासनिक अनुभव एवं सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग में आयुक्त के प्रशासनिक और मीडिया से संबंधित अनुभव साझा किये। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को सूचना जन सम्पर्क विभाग की संरचना, जिला सूचना केन्द्र के कार्य एवं विभाग की कार्यशैली के बारे में मीडिया के विभिन्न माध्यमों यथा प्रिन्ट, इलेक्ट्रॉनिक, रेडियो, डिजिटल और सोशल मीडिया के विभिन्न आयामों की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि सूचना जन सम्पर्क विभाग द्वारा सरकार की कार्ययोजना, नीतियों, कार्यक्रमों, संदेशों, सूचनाओं आदि को जनहित में जारी करने के लिए प्रिन्ट मीडिया में प्रेस नोट, विज्ञप्ति, सूचना प्रकाशित कर, टीवी चैनलों, एफ.एम.रेडियो, सोशल मीडिया वेबसाईट आदि का प्रयोग किया जाता है। उन्होंने कहा कि आज के युग में मीडिया का बड़ा महत्व हैं क्योंकि यह वाइरल न्यूज और ब्रेक्रिंग न्यूज का युग इसलिए हमें त्वरित निर्णय लेते हुए सही खबर तथ्यों के साथ मीडिया को देनी चाहिए, जिसमें गलती की गुंजाईश बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि एक कुशल प्रशासक के रूप में आपको सभी प्रचार माध्यमों से समान व्यवहार करना चाहिए। श्री सोनी ने कहा कि जितनी जल्दी आप किसी भी समाचार का तथ्यात्मक खबर जारी करेंगे उतना शीघ्र ही फेक न्यूज पर विराम लगा सकेंगे। जिस समाचार पर आपको संशय है उसे जांच परख कर प्रचारित करें। उन्होंने कहा कि आपकी कार्यशैली ही आपकी प्रसिद्धी है आपकोे खबरों में बने रहने का कोई लालच नहीं होना चाहिए। मीडियाकर्मियों के साथ आपका व्यवहार मृदु और सरल होना चाहिए जिससे वे सरकार से संबंधित जनहित की खबर और सूचना का सही प्रसारण कर सके। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि अभी पिछले 6-7 महिनों में कोविड-19 महामारी के चलते विभाग ने बेहद सक्रिय रूप से काम किया। जिसमें मीडियाकर्मियों ने भी भरपूर सहयोग दिया। इसी प्रकार हमें भी मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए उनकी कोई समस्या हो तो मदद करने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक अधिकारी के रूप में विभिन्न जगहों विभिन्न वातावरण में काम करने का मौका मिलेगा। कभी भी नकारात्मक खबर से विचलित न हो। उन्होंने कहा कि अब सोशल मीडिया का युग है इसलिए खुद को अपडेट रखे। सत्र में रीपा की अतिरिक्त महानिदेशक श्रीमती शैली किशनानी भी उपस्थित रही। ----
Created On :   4 Nov 2020 3:16 PM IST