बुलढाणा के बुजुर्ग सहित 8 संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट निगेटिव, मेडिकल के 5- अकोला और अमरावती का था एक-एम नमूना

Investigation report negative of 8 suspected patients including Buldhana case
बुलढाणा के बुजुर्ग सहित 8 संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट निगेटिव, मेडिकल के 5- अकोला और अमरावती का था एक-एम नमूना
बुलढाणा के बुजुर्ग सहित 8 संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट निगेटिव, मेडिकल के 5- अकोला और अमरावती का था एक-एम नमूना

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेयो) में जांच के दौरान शनिवार को कोरोना के 8 नमूने निगेटिव आए है। विशेष बात यह है कि इसमें विगत दिवस मरने वाले बुलढाणा के एक बुजुर्ग व्यक्ति का नमूना भी शामिल था जिसे संदिग्ध मरीज माना जा रहा था। शनिवार को 18 नमूनों के बाद रविवार को 8 नमूनों की जांच रिपोर्ट से राहत मिली है।

सऊदी अरब से लौटा था बुजुर्ग

जानकारी के अनुसार बुलढाणा के चिखली के रहने वाले बुजुर्ग शुक्रवार को सऊदी अरब से भारत लौटा था। इसी बीच बुजुर्ग की तबीयत बिगड़ी तो उसे अस्पताल ले जाया गया। शनिवार सुबह कोरोना के लक्षण दिखने पर बुजुर्ग को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। तभी इलाज के दौरान शाम 4.20 बजे बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। बुजुर्ग को मधुमेह और उच्चरक्तदाब की बीमारी भी थी। शनिवार रात को बुजुर्ग के नमूने को नागपुर भेजा गया था, वहीं परिवारवारों को आइसोलेटेड रहने की सलाह दी थी। रविवार 15 मार्च को बुजुर्ग की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई।

यह नमूने भी आए निगेटिव

शनिवार को 8 संदिग्ध मरीजों के नमूनों की जांच की गई थी जिसमें सभी निगेटिव आए है। इसमें एक बुलढाणा के बुजुर्ग मृत व्यक्ति के अलावा 7 मेडिकल में भर्ती संदिग्ध मरीजों के है। वहीं, अमरावती और अकोला से भेजे गए कोरोना संदिग्ध मरीजों के नमूने शामिल है।

4 मरीज है पॉजिटिव

सबसे पहला पॉजिटिव आने वाला सॉफ्टवेयर कंपनी के इंफोसेप्ट्स में कार्यरत व्यक्ति मेयो के वॉर्ड नंबर 24 में आइसोलेटेड करके रखा गया है। वहीं उसकी पत्नी और इंफोसेप्ट्स कंपनी में काम करने वाले अन्य 2 पॉजिटिव मरीजों को शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेडिकल) वॉर्ड नंबर 25 में आइसोलेटेड करके रखा गया है।

संदिग्ध के लिए क्या सुविधा

संदिग्ध मरीजों को लेकर बार-बार सवाल खड़े हो रहे है ऐसे में संदिग्ध मरीजों को आइसाेलेशन वॉर्ड के अन्य कमरों में रखा जा रहा है जिससे वह पॉजिटिव मरीज के संपर्क में भी ना आएं और वह अन्य लोगों से दूर भी रहेंगे।

Created On :   15 March 2020 6:11 PM IST

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