बीमित का आरोप: क्लेम डिपार्टमेंट व सर्वेयर टीम के सदस्यों ने किया गोलमाल

Insureds allegation: Claims department and surveyor team members committed a fracas
बीमित का आरोप: क्लेम डिपार्टमेंट व सर्वेयर टीम के सदस्यों ने किया गोलमाल
डेंगू के इलाज में कैशलेस नहीं किया एचडीएफसी इंश्योरेंस कंपनी ने बीमित का आरोप: क्लेम डिपार्टमेंट व सर्वेयर टीम के सदस्यों ने किया गोलमाल

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। बुखार व डेंगू को भी बीमा कंपनियाँ पुरानी बीमारी होने का हवाला देकर क्लेम डिपार्टमेंट व ब्रांच के अधिकारी गोलमाल करने में लगे हुए हैं, जबकि ये बीमारी आम है और कभी भी किसी को हो सकती है। सारे तथ्य देने के बाद भी कंपनी उन्हें दरकिनार करने में जुट जाती है। स्थिति यह है कि आम आदमी अपने आपको बीमा कंपनियों से ठगा महसूस कर रहे हैं। ऐसी ही एक शिकायत हरियाणा निवासी परीक्षित कौशिक ने की है। उन्होंने बताया कि एचडीएफसी हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी से उनका व पूरे परिवार का बीमा था। बीमा कंपनी को प्रतिवर्ष प्रीमियम भी वे जमा करते आ रहे थे। उनकी पत्नी कविता को बुखार आ रहा था,

अस्पताल में चैकअप कराया तो जाँच में यह तथ्य सामने आए की डेंगू हो गया है। इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ेगा। चूंकि उनकी प्लेटलेट्स कम हो रही थीं और अस्पताल में रहकर ही इलाज कराना जरूरी था। बीमित के द्वारा बीमा कंपनी में कैशलेस के लिए मेल किया गया पर वहाँ से यह जवाब आया कि आप बिल सबमिट करेंगे तो पूरा भुगतान बीमा कंपनी के द्वारा किया जाएगा।

पॉलिसीधारक ने इलाज के बाद पूरा भुगतान अस्पताल में अपने पास से किया और वहाँ से मिले बिल व रिपोर्ट बीमा कंपनी में सबमिट की तो वहाँ से आरआर-एच 92011359746 क्लेम नंबर दिया गया था। बीमा अधिकारियों ने जल्द क्लेम देने का वादा किया था पर अचानक यह कहते हुए क्लेम रिजेक्ट कर दिया कि आप को इलाज की जरूरत नहीं थी और पुरानी बीमारी है इसलिए बीमा कंपनी क्लेम नहीं देगी। पीड़ित के द्वारा सारे तथ्य रखे गए पर जिम्मेदार पूरी तरह चुप्पी साधे हुए हैं। क्लेम नहीं मिलने के कारण बीमित जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में आवेदन देने की तैयारी में है।

इन नंबरों पर बीमा से संबंधित समस्या बताएँ 

स्वास्थ्य बीमा से संबंधित किसी भी तरह की समस्या आपके साथ भी है तो आप दैनिक भास्कर के मोबाइल नंबर - 9425324184, 9425357204 पर बात करके प्रमाण सहित अपनी बात दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक रख सकते हैं। संकट की इस घड़ी में भास्कर द्वारा आपकी आवाज को खबर के माध्यम से उचित मंच तक पहुँचाने का प्रयास किया जाएगा।
 

Created On :   25 April 2023 9:23 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story