बदरीले मौसम और बेमाैसम बारिश से फसलों पर कीट का आक्रमण
डिजिटल डेस्क, गोंदिया. जिले में इस समय खेतों में ग्रीष्मकालीन धान की फसल के अलावा बड़ी संख्या में सब्जिों एवं तरबूज की फसल में लगी हुई है। पिछले 3-4 दिनों से लगातार मौसम बदरीला होने के कारण कभी धूप तो कभी छांव जैसी स्थिति चल रही है। इसी बीच मौसम विज्ञान विभाग ने भी अगले 3-4 दिनो तक मौसम इसी प्रकार का बना रहने के साथ ही कुछ स्थानों पर तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि का पुर्वानुमान व्यक्त किया है। मार्च माह से ही जिले में मौसम का इसी तरह का नजारा देखने को मिल रहा हैं। जिले मंे बदरीले मौसम एवं बेमौसम बारिश से फसलो को नुकसान पहुंच रहा है। धान की फसल पर खोड़किडा जैसी किटकजन्य बीमारियां दिखाई पड़ रही है। विशेष रूप से सालेकसा तहसील मंे इस बीमारी का प्रादुर्भाव अधिक दिखाई पड़ रहा है। इसके अलावा मक्का एवं सब्जियांे की फसल पर भी इसका काफी दुष्परिणाम देखने को मिला है। आसमानी संकट से किसानों का आर्थिक नुकसान हो रहा हैं। आगे भी कुछ दिनों तक जिले में मौसम इसी तरह का बना रहने की संभावना हैं। जिसके कारण ग्रीष्मकालीन रबी की फसल लगाने वाले धान उत्पादक किसानों के साथ ही सब्जियांे का उत्पादन करने वाले किसान भी परेशानी मंे पड़े दिखाई दे रहे है। किसानांे ने फसलो को हुए नुकसान का पंचनामा कर नुकसान भरपाई दिए जाने की मांग शासन से की है।
अप्रैल माह में हुई बारिश
जिलाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार 1 से 24 अप्रैल 2023 के दौरान अब तक गोंदिया जिले में कुल 14.2 मिमी. औसतन बारिश रिकार्ड की गई है। इस अवधि में गोंदिया तहसील में 12.0 मिमी., आमगांव मंे 7.1 मिमी., तिरोड़ा मंे 17.3 मिमी., गोरेगांव में 6.1 मिमी., सालेकसा मंे 14.1 मिमी., देवरी में 31.1 मिमी., अर्जुनी मोरगांव में 12.3 मिमी. एवं सड़क अर्जुनी तहसील मंे भी 12.3 मिमी. बारिश रिकार्ड की गई है।
नुकसान का किया जा रहा है सर्वेक्षण
हिंदुराव चव्हाण, अधीक्षक जिला कृषि अधिकारी के मुताबिक जिले में बेमौसम बािरश और बदरीले मौसम से सब्जियांे की फसल को अधिक नुकसान पहुंचा हंै। धान की फसल के लिए पानी की आवश्यकता होती ही हैं। इसलिए इसे कोई विशेष नुकसान नहीं है। कुछ स्थानांे पर ग्रीष्मकालीन रबी मौसम की धान की फसल पर कीटकजन्य बीमारियों की खबर है। जिसके लिए कृषि विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी किसानों को इस बीमारी पर नियंत्रण के लिए खेताें में पहुंचकर मार्गदर्शन कर रहे हैं। वहीं जहां-जहां से फसलों को नुकसान होने की जानकारी मिली है, वहां कृषि विभाग की ओर से सर्वेक्षण कर पंचनामे तैयार किए जा रहे हंै। ताकि किसानों को नियमानुसार शासन की ओर से राहत प्रदान की जा सकें।
Created On :   25 April 2023 7:21 PM IST