रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने वाले नींबू और आंवले की मांग बढ़ी

Increased demand for lemon and gooseberry that increase immunity
रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने वाले नींबू और आंवले की मांग बढ़ी
शक्तिवर्धक रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने वाले नींबू और आंवले की मांग बढ़ी

डिजिटल डेस्क, अकोला. दिवाली के बाद तुलसी विवाह से यानी अक्टूबर महीने से आंवले का सीजन शुरू होता है। इसकी मुख्य आवक अक्टूबर से जनवरी महीने के बीच होती है। कोरोना काल से चिकित्सकों के अनुसार खट्‌टे-मीठे फल जैसे आम, नींबू और आंवले आदि फलों का महत्व अधिक बढ़ गया है। जो रोग प्रतिकारकशक्ति को बढ़ाने में कारगर होने से उस समय से इम्यूनिटी बुस्टर बन गया। इसलिए जो सेहत के लिए अच्छे हैं, ऐसे आंवले का सीजन अब शुरू है। अकोला के बाजार में आंवले बिक्री के लिए अक्टूबर महीने से उपलब्ध हुए है। आवक कम मात्रा में होने के बावजूद भी उसकी मांग बढ़ने लगी है।

रविवार, 4 दिसंबर को अकोला बाजार में 50 से 60 रू. प्रति किलो से आंवले व 30 रू. से 40 रू. प्रति किलो से नींबू की बिक्री शुरू है। अभी जो आंवला व नींबू आ रहा है, वह स्थानीय क्षेत्रो के बगीचे से आ रहा है, ऐसी जानकारी आंवला व नींबू विक्रेता ने दी है। चिकित्सकों का कहना है कि, आंवला में कैल्शियम, फाइबर, विटामिन सी आदि मात्रा में पाए जाते है। जो लोग सफेद बालो से परेशान है, उनके लिए आंवला काफी लाभदायक होता है। बहुतसी बीमारियों में यह एक एंटी ऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है। बिक्रेता के अनुसार, इसके बढ़ते महत्व के चलते इन दिनों खपत और कीमत काफी बढ़ गई है। हरे आंवले की मांग ज्यादा होती है। मुख्य रूप से इसकी आवक होती है। यह ज्यादा फायदेमंद होता है। इसका अचार, मुरब्बा, आंवला कैन्डी, मुखवास आदि व्यंजन बनाए जाते है। बाजार में तैयार मिलते है, फिर भी कई गृहिणियां आंवले का सीजन आने पर घर में इसका अचार, कैन्डी, मुरब्बा, मुखवास बनाती नजर आती है।

घर में बनाए व्यंजन बेहद पसंद

हर साल मैं आंवले का सीजन आने पर घर में ही आंवले का मुरब्बा, मुखवास, आंवला कैन्डी तथा उसका अचार बनाती हूं। बाजार में तैयार मिलने वाले व्यंजनों से ज्यादा घर पर बनाए व्यंजनों को मेरे पति और बच्चे बेहद पसंद करते है। जिससे मैं प्रति वर्ष आंवला महंगा हो या सस्ता इसके व्यंजन वर्षभर के लिए बनाकर रखती हूं। 

सौ. प्रतिभा पुरूषोत्तम दहीकर, गृहिणी, म्हाडा कॉलोनी, अकोला

भोजन का स्वाद बढ़ाता है अचार

सौ. सविता श्री. शेगोकर के मुताबिक बाजार में तैयार मिलने वाले अचार में मिलावटो का डर रहता है। इसलिए मैं प्रति वर्ष शीतकाल में नींबू सस्ते और रसीले होने के कारण इस मौसम में मैं नींबू के विविध अचार बनाती हूं। उसमें कुछ तीखा और मीठा बनाती। जो वर्षभर के लिए स्टोअर करके रखती हूं। मेरे परिवार के सभी सदस्य घर में बनाए हुए विविध तरीके के अचार ज्यादा पसंद करते है। क्योंकि अचार भोजन का स्वाद बढ़ाता है। 
 

 

Created On :   6 Dec 2022 5:59 PM IST

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