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आयकर ने शुरू किया ई-असेसमेंट और फेसलेस असेसमेंट, मिलेगी ट्रेनिंग
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी (एनएडीटी) में भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) 73वीं बैच के अधिकारियों के लिए प्रवेश प्रशिक्षण का उद्घाटन हुआ। बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के सदस्य प्रभाष शंकर ने संबोधन में कहा कि विभाग के भविष्य को संवारने के लिए राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी की भूमिका अहम है। उन्होंने बताया कि समय के साथ आयकर विभाग ने स्क्रूटनी असेसमेंट की परंपरागत मानसिकता से आगे बढ़ते हुए हाल ही में ई-असेसमेंट और फेसलेस असेसमेंट की शुरुआत की है।
कार्यक्षेत्र विहीन एवं टीम-आधारित निर्धारण में ही भविष्य है। भविष्य में आयकर की अपीलीय कार्रवाई भी इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से की जाएंगी। उन्होंने विस्तार से बताया कि विभाग ने डाटा माइनिंग के माध्यम से कर दाताओं के बारे में पर्याप्त जानकारी इकट्ठा की है, जिसका उपयोग प्रोजेक्ट ‘इन्साइट’ के अंतर्गत राजस्व की वृद्धि के लिए किया जा रहा है। आयकर विभाग की बड़ी भूमिका पर बल देते हुए प्रभाष शंकर ने कहा कि सरकार ने सोच-समझ कर यह निर्णय लिया है कि कालाधन अधिनियम और बेनामी लेन-देन अधिनियम को आयकर विभाग द्वारा ही लागू किया जाए। इस दिशा में उन्होंने राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी में इन नए विषयों पर विशेष ध्यान देने पर बल दिया।
इस तरह है नई बैच
बैच में कुल 98 प्रशिक्षु अधिकारी हैं। 98 प्रशिक्षु अधिकारियों की इस बैच में रॉयल सिविल सर्विस भूटान के 2 अधिकारी शामिल हैं। बैच की औसत आयु 28.4 वर्ष है। बैच के सबसे कम उम्र के प्रशिक्षु अधिकारी की उम्र 24 वर्ष है, जबकि सबसे अधिक उम्र के प्रशिक्षु अधिकारी की उम्र 36 वर्ष है । 14 प्रशिक्षु अधिकारी विवाहित हैं। इस बैच में 14.6% प्रशिक्षु अधिकारी विवाहित हैं। 31 महिला प्रशिक्षु अधिकारी हैं, जो कि कुल बैच का 30% से थोड़ा अधिक है। प्रशिक्षु अधिकारियों की सांस्कृतिक, शैक्षणिक और भाषा की पृष्ठभूमि विविधतापूर्ण है।
बैच 19 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करती है। सबसे अधिक उत्तर प्रदेश से 17 प्रशिक्षु अधिकारी हैं और उसके बाद महाराष्ट्र से 12, दिल्ली से 12, राजस्थान से 11, तमिलनाडु से 6 और कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से 4-4 प्रशिक्षु अधिकारी हैं। अधिकांश प्रशिक्षु अधिकारी लगभग 65% प्रशिक्षु अधिकारी इंजीनियर हैं, जबकि 19% प्रशिक्षु अधिकारी मानविकी से हैं। बैच में 5 डॉक्टर, 5 चार्टर्ड अकाउंटेंट और 1 लॉ ग्रेजुएट हैं। लगभग 45% प्रशिक्षु अधिकारियों को पूर्व कार्यानुभव है। 16% ने पहले केंद्र सरकार में, 3% ने राज्य सरकारों में, 9% ने निजी क्षेत्र में, 5% ने सार्वजनिक उपक्रमों में और 8% ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम किया है।
सत्यनिष्ठा की दिलाई शपथ
प्रधान महानिरीक्षक अलका त्यागी ने कहा कि अकादमी में प्रशिक्षण प्रधानमंत्री द्वारा आयकर विभाग को दिए गए 5 बिंदु घोषणापत्र : रैपिड (आर.ए.पी.आई.डी.) अर्थात राजस्व, जवाबदेही, सत्यनिष्ठा, सूचना और डिजिटाइजेशन पर केन्द्रित है। अपर निदेशक एवं पाठ्यक्रम निदेशक वी. रॉय जोस ने बैच प्रोफाइल प्रस्तुत किया। अपर महानिदेशक (प्रशिक्षण)-1 नौशी जहां अंसारी ने 16 माह के प्रवेश प्रशिक्षण की प्रमुख गतिविधियों का विवरण दिया। अपर महानिदेशक (प्रशिक्षण)-2 बी. वेंकटेश्वर राव ने प्रशिक्षु अधिकारियों को सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाई।
Created On :   25 Jan 2020 1:56 PM IST