शहडोल में बागियों ने पहले ही छोड़ी पार्टी तो जिलाध्यक्ष ने कही मनाने की बात
डिजिटल डेस्क,शहडोल। नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी के फैसले को दरकिनार कर भाजपा के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ मैदान में उतरे कार्यकर्ताओं को पार्टी ने निष्कासन का रास्ता दिखा दिया। शहडोल संभाग के अनूपपुर जिल में 19 और उमरिया में 5 कार्यकर्ता पार्टी से निष्कासित कर दिए गए। इसके साथ ही दोनों ही जिलों में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को निष्कासित करने के बाद कार्यकर्ताओं में उपजे असंतोष को मैनेज करने के लिए बैठकों का दौर भी जारी हो गया। इस बीच शहडोल में एक भी बागी को अब तक निष्कासित नहीं किया गया है। भाजपा के जिलाध्यक्ष कमल प्रताप सिंह बागियों को मना लेने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि सब अपने बीच के लोग हैं। हालांकि जिलाध्यक्ष के इस बयान के पीछे एक कारण यह भी माना जा रहा है कि धनपुरी में जिन कार्यकर्ताओं को पार्टी निष्कासित करती, उन्होंने पहले ही भाजपा छोड़ दी।
अनूपपुर में कार्यकर्ताओं ने कहा पंजा छाप भाजपाई बढ़ा रहे पार्टी की मुश्किलें-
नगरीय प्रशासन निर्वाचन को एक पखवाड़े का समय भी शेष नहीं है। पूर्व से ही बागी प्रत्याशी भाजपा की परेशानी का सबब बने हुए थे वही 29 जून को जिले के 19 भाजपा कार्यकर्ताओं को 6 वर्ष के लिए भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया। जिसमें भाजपा जिला उपाध्यक्ष गजेंद्र सिंह, युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष दीपक पटेल, पिछड़ा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष छत्रपाल राठौर, महिला मोर्चा की जिला महामंत्री रमा मिश्रा, जिला मीडिया प्रभारी राजेश सिंह पसान मंडल अध्यक्ष सिद्धार्थ त्रिवेदी तथा वरिष्ठ भाजपा नेता शिवराज दत्त त्रिवेदी सहित 19 लोगों के नाम शामिल है। वर्षों से भाजपा के लिए समर्पित रहे इन कार्यकर्ताओं के निष्कासन की वजह से दूसरे कार्यकर्ताओं में भी आक्रोश देखा जा रहा है। बिसाहूलाल सिंह के भाजपा में आने के बाद से ही अधिकांश कार्यकर्ता असहज महसूस करते हुए आरोप लगाते रहे हैं कि जिले में कांग्रेस से आए लोगों को संगठन में ज्यादा तरजीह दी जा रही है। टिकट वितरण में भी गुटबाजी और चेहरा देखकर टिकट दिया गया है। भाजपा जिला उपाध्यक्ष गजेंद्र सिंह वार्ड क्रमांक 14 से अपनी पत्नी को चुनाव लड़ा रहे हैं जहां उनके सामने पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष प्रवीण द्विवेदी मैदान में है। भाजपा की अंदरूनी कलह का फायदा उठाने के लिए कांग्रेस भी निष्कासित कार्यकर्ताओं पर डोरे डाल रही है।
उमरिया में भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लडऩे वाले 5 कार्यकर्ता निष्कासित-
भारतीय जनता पार्टी ने उमरिया में नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लडऩे वाले 5 कार्यकर्ताओं को 6 साल के लिए निष्कासित किया है। इसमें पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश त्रिपाठी, महिला मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुधा द्विवेदी, जिला संयोजक सहकारिता प्रकोष्ठ सुजीत भदौरिया, अतुल जैन और राजाराम हरवानी शामिल हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष दिलीप पांडेय ने बताया कि निष्कासन की कार्रवाई प्रदेश नेतृत्व ने की है।
Created On :   1 July 2022 3:49 PM IST