कानपुर से चल रहा अवैध खोवा का कारोबार, बस से आया माल अफसरों के हत्थे चढ़ा

Illegal business of khoa from kanpur, police officer arrested accused with bus
कानपुर से चल रहा अवैध खोवा का कारोबार, बस से आया माल अफसरों के हत्थे चढ़ा
कानपुर से चल रहा अवैध खोवा का कारोबार, बस से आया माल अफसरों के हत्थे चढ़ा

डिजिटल डेस्क,सतना। रक्षाबंधन पर्व के मद्देनजर बाजार में मिठाइयों की खपत ज्यादा हो जाती है। मिठाई बनाने में इस्तेमाल होने के लिए कानपुर से बस के जरिए भारी मात्रा में आ रहा खोवा और बूंदी खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के हत्थे चढ़ गया। खास बात यह थी कि यह माल बांदा जिले के कालींजर के नाम पर बुक कराया गया था जबकि माल सतना में बरामद किया गया है। बस कंडक्टर द्वारा प्रथमदृष्टया उपलब्ध कराई गई बिल्टी भी खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को फर्जी लगी। अधिकारियों की दबिश के बाद कोई भी व्यापारी माल लेने के लिए मौके पर नहीं पहुंचा सो, अधिकारी माल को जब्त कर कलेक्ट्रेट ले गए। बोराबंद खोवा और बूंदी को फिलहाल खोला नहीं गया है।

मुखबिर से मिला इनपुट

खाद्य एवं औषधि प्रशासन के खाद्य सुरक्षा अधिकारी शीतल सिंह को मुखबिर से इनपुट मिला था कि कानपुर से भारी मात्रा में खोवा और बूंदी बस क्रमांक एमपी 19 पी 0939 में लदकर सतना आ रहा है। मुखबिर ने यह भी बताया कि इस तरह का माल अक्सर कानपुर से आता है मगर त्योहारों में इसकी आवक बढ़ जाती है। मुखबिर की सूचना पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने जाल बिछाया और बस जैसे ही अंतराज्जीय बस स्टैण्ड पहुंची कि उन्होंने अपने एक अन्य सहयोगी सीमा पटेल के साथ छापा मार दिया। इनपुट बिल्कुल सटीक था, बस की तलाशी में ऊपर लदा 21 क्विंटल खोवा और 11 क्विंटल बूंदी पर अधिकारियों की नजर पड़ गई।

कंडक्टर ने लगाया व्यापारी को फोन

पूछताछ के दौरान बस के कंडक्टर ने बताया कि यह माल सुनील पाण्डेय नाम के व्यापारी का है। इसका माल अक्सर कानपुर से इसी बस में लोड होकर आता है। अधिकारियों के कहने पर कंडक्टर ने सुनील पाण्डेय को मोबाइल पर कॉल कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी और मौके पर आने को कहा मगर वह नहीं आया। कंडक्टर ने अधिकारियों को एक बिल्टी भी दिखाई जिसके मुताबिक खोवा और बूंदी कालींजर के नाम पर बुक किया गया था। अब सवाल यह उठता है कि जब माल कालींजर का था तो वह सतना कैसे आ पहुंचा और माल सतना के होने की पुष्टि कंडक्टर क्यों कर रहा है।

लावारिस माल मानकर जब्ती की कार्रवाई

बूंदी की बाजारू कीमत करीब 64 हजार और खोवा की 60 हजार रुपए आंकी गई है। कई मर्तबा कोशिश करने के बावजूद जब किसी भी व्यापारी ने माल पर मालिकाना हक नहीं जताया तो खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने उसे जब्त करने की कार्यवाही शुरू कर दी। टीम माल को बस समेत कलेक्ट्रेट ले गई। खबर लिखे जाने तक बस की जब्ती नहीं बनाई गई थी। टीम पहले खोवा और बूंदी की सेम्पलिंग करेगी इसके बाद अगर कोई मालिक सामने नहीं आता तो इसके विनिष्टीकरण की कार्यवाही की जाएगी। 
 

Created On :   12 Aug 2019 2:02 PM IST

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