विवाद के घेरे में निर्माणाधीन ऐतिहासिक शिव स्मारक

Historical Shiva memorial under construction came in controversy
विवाद के घेरे में निर्माणाधीन ऐतिहासिक शिव स्मारक
बुलढाणा विवाद के घेरे में निर्माणाधीन ऐतिहासिक शिव स्मारक

डिजिटल डेस्क, बुलढाणा। विगत अनेकों वर्ष से बुलढाणा शहर ही नहीं, बल्कि समूचे बुलढाणा जिले में चर्चा में आया ऐतिहासिक शिव स्मारक पूरा होने की अपेक्षाएं धुंधली होती दिख रही है। समिति के कुछ सदस्य मनमानी कर शिव स्मारक के निर्माण कार्य में बाधा डालने के प्रयास से व्यथित होकर शिवसेना विधायक तथा शिवस्मारक समिति के कार्याध्यक्ष संजय गायकवाड़ ने समिति से अलग होने का निर्णय लिया है। इसके लिए १५ दिसंबर को आयोजित शिवस्मारक की बैठक में उपस्थित न रहने का निर्णय उन्होंने लेने से बुलढाणा में बन रहे एेतिहासिक शिव स्मारक पूरा होने की अपेक्षाएं धुंधली होती दिख रही हैं। विधायक गायकवाड़ की प्रबल इच्छाशक्ति के कारण वर्तमान में स्मारक का निर्माण कार्य पूर्ण हो रहा है। किंतु समिति के कुछ सदस्य स्मारक निर्माण को महत्व देने की बजाय व्यक्तिगत व्देष से समिति के निर्माण कार्य में बाधा डालने का प्रयास कर रहे हैं। विधायक गायकवाड़ को विश्वास में न लेकर परस्पर निर्णय लेना, बार- बार उन्हें दुर्लक्षित करना आदि बातें सामने आ रही हैं। इसी के चलते उन्होंने  समिति से अलग होने का निर्णय लिया है।

किए विशेष प्रयास, व्यक्तिगत द्वेष से बाधा

बता दें कि, महाराष्ट्र में कहीं भी राज्य परिवहन महामंडल की भूमि पर महामानव की मूर्तियां स्थापित करने की अनुमति प्रदान न करें, ऐसा परिपत्रक होने के बावजूद धारा ४७ के अनुसार स्मारक समिति को इस कार्य के लिए विधायक गायकवाड़ ने अनुमति लाकर दी। इतना ही नहीं, इस कार्य के लिए व्यक्तिगत ११ लाख की शिव निधि अर्पित कर शासन व्दारा ३ करोड़ रूपयों का विशेष प्रावधान तथा ५० लाख रूपये खर्च का पेडेस्टाइल (चबूतरा) पूरा करते हुए स्मारक के कार्य को बल दिया। शिव स्मारक के उत्कृष्ट कार्य हेतु व्यक्तिगत ५ लाख रूपयों का प्रोत्साहन पुरस्कार भी घोषित किया था।

Created On :   14 Dec 2021 5:40 PM IST

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