अवैध निर्माण हटाने पर लुका-छिपी, कलेक्टर के आदेश को भी बताया धता

Hide-and-seek on removal of illegal construction, told to defy collectors order
अवैध निर्माण हटाने पर लुका-छिपी, कलेक्टर के आदेश को भी बताया धता
इसके पहले दो बार मकान मालिक को दे चुके थे नोटिस अवैध निर्माण हटाने पर लुका-छिपी, कलेक्टर के आदेश को भी बताया धता

डिजिटल डेस्क,कटनी। शहर के गुरुनानक वार्ड में बगैर अनुमति किए गए निर्माण को हटाने में नगर निगम के अमले ने तीसरी बार भी अपने कदम पीछे खींच लिए। जसवीर सिंह द्वारा नक्शे के विपरीत बनाई गई दुकानों को तोडऩे के मामले में कलेक्टर 8 दिसम्बर तक कार्यवाही करने कहा था,  पर अमला लुका-छिपी का खेल खेलता रहा। सामान्य तौर पर अवैध निर्माण या अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के संबंध में एक दिन पहले ही रणनीति तय कर ली जाती है, लेकिन यहां पर तो तोडऩे की तय तिथि 8 दिसम्बर को आंख मिचौली का खेल जारी रहा। नगर निगम का अमला दोपहर बाद कर्मचारी और वाहनों के साथ कोतवाली थाना पहुंचा। 5 बजे तक अमला यहां पर बैठा रहा, इसके बाद वापस चला आया।

अतिक्रमण प्रभारी का कहना रहा कि पुलिस बल ही नहीं दे रही है, वहीं कोतवाली टीआई ने बताया कि बल तैयार है, इस मामले में नगर निगम ही आवश्यक कार्यवाही नहीं कर रही है।

तीन बार जारी किया गया था नोटिस
यहां पर तो इंजीनियरों ने नक्शे के विपरीत निर्माण कार्य पर आंखें बंद रखी। शिकवा-शिकायत के बाद जरुर तोडऩे के संबंध में इसके पहले दो बार नोटिस जारी किया गया। इसके बावजूद दोनों बार के नोटिस सिर्फ दिखावा ही साबित हुए। शिकायतकर्ता बार-बार अफसरों के चक्कर लगाते रहा और जिम्मेदार कर्मचारी टाल-मटोल करते रहे।

कलेक्टर ने अफसरों की लगाई थी क्लास

नगर निगम के अफसरों ने जब किसी तरह की कार्यवाही नहीं की तो पीडि़त सीधे जनसुनवाई में पहुंचा। कलेक्टर अवि प्रसाद ने मौके पर ही नगर निगम के अफसरों की क्लास लगाई। जिसके बाद ननि के अफसरों ने यह भरोसा दिलाया था कि 8 दिसम्बर को अवैध निर्माण को हटाया जाएगा। कलेक्टर के निर्देश पर पीडि़त को उम्मीद जागी थी कि अब उसे न्याय मिला है, पर अफसरों ने युवा कलेक्टर के निर्देश को भी धता बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

इनका कहना है

गुरुनानक वार्ड में अवैध निर्माण को तोडऩे की कार्यवाही की जानी है। सुरक्षा के लिए पुलिस बल की आवश्यकता है। कोतवाली के द्वारा पुलिस बल नहीं दिया गया। जिसके चलते अवैध निर्माण पर किसी तरह की कार्यवाही नहीं हुई।
शैलेन्द्र पयासी, अतिक्रमण प्रभारी

नगर निगम का अमला यहां पर पहुंचा हुआ था। कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के संबंध में किसी तरह की जानकारी नहीं दे पा रहे थे और न ही इन्होंने कार्यपालिक मजिस्ट्रेट का पत्र दिया। अवैध अतिक्रमण तोडऩे की जानकारी पहले ही लग चुकी थी। कोतवाली में पूरे दिन अतिरिक्त बल तैनात रही।                                                    अजय सिंह, थाना प्रभारी कोतवाली
 

Created On :   9 Dec 2022 5:30 PM IST

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