'अरे अंकल मैं तो आपको जानता हूँÓ सुनते ही मासूम को उतार दिया मौत के घाट, आरोपी गिरफ्तार

Hey Uncle, I know you, as soon as he heard the innocent was put to death, the accused arrested
'अरे अंकल मैं तो आपको जानता हूँÓ सुनते ही मासूम को उतार दिया मौत के घाट, आरोपी गिरफ्तार
'अरे अंकल मैं तो आपको जानता हूँÓ सुनते ही मासूम को उतार दिया मौत के घाट, आरोपी गिरफ्तार



डिजिटल डेस्क जबलपुर। "अरे अंकल मैं तो आपको जानता हूँÓ यह शब्द सुनते ही मासूम को अपहरणकर्ताओं ने मौत के घाट उतार दिया। अपहरण व हत्या के तीनों आरोपी  राहुल उर्फ मोनू विश्वकर्मा पिता राजेन्द्र विश्वकर्मा उम्र 30 वर्ष, मलय राय पिता धर्मेन्द्र कुमार राय उम्र 25 वर्ष और करण जग्गी पिता मनोहर जग्गी उम्र 24 वर्ष तीनों निवासी महाराजपुर अधारताल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना में प्रयोग किया गया मोबाइल और फिरौती की रकम 8 लाख रुपये में से 7 लाख 66 हजार रूपए भी वसूल किए हैं।
गौरतलब है कि थाना संजीवनी नगर स्थित धनवंतरी नगर में दिनाँक 15-10-2020 को ट्रांसपोर्ट एवं पत्थरों की डीलिंग का व्यवसाय करने वाले एम.आई.जी. धनवंतरी नगर निवासी मुकेश लाम्बा उम्र 41 वर्ष के द्वारा  रिपोर्ट दर्ज करायी गयी कि दिनांक 15-10-2020 को शाम को 6-15 बजे उसका बेटा आदित्य लाम्बा उम्र 13 वर्ष का घर के पास वाले दुर्गा मंदिर के मैदान में खेल रहा था।    अपनी माँ से पचास रुपये लेकर बगल वाली जैन किराना दुकान चिप्स का पैकिट लेने गया था। थोड़ी देर बाद उसकी पत्नी के मोबाइल नम्बर पर कॉल आया कि  आपका बच्चा मेरे पास है, तुम पैसों की व्यवस्था कर लो और पुलिस को नही बताना, इतना कहकर फोन काट दिया। रिपोर्ट पर अपराध क्रमंाक 318/2020 धारा  363ए,365 भा.द.वि. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया।
  15-10-2020 को ही पहले कॉल के लगभग 1 घंटे पश्चात अपहरणकर्ता ने मोबाईल से पुन: फोन कर कहा कि तुम 2 खोखे की व्यवस्था कर लो, पुलिस को सूचना मत देना, लड़का सुरक्षित है। हम आपको कल बतायेंगें की पैसा कहॉ लाना है, साथ ही अपहृत आदित्य की पिता से बात भी करायी थी जो कि बहुत कम समय की थी। अगले दिन दिनॉक 16-10-2020  को अपहरणकर्ता ने सुबह लगभग 11 बजे पैसों के इंतजाम के बारे मे पूछा, तब बच्चे के पिता मुकेश लाम्बा ने बोला भाई साहब 8 से 10 लाख रुपए की व्यवस्था हो पायी है, तो अपहृरणकर्ता ने कहा कि इतने से काम नहीं चलेगा, कम से कम एक खोखा की व्यवस्था करो, हम शाम को फोन करेंगे, सिहोरा तरफ अकेले आना है।
 6-10-2020 को रात लगभग 8 बजे अपहरणकर्ता ने बच्चे के पिता मुकेश लाम्बा के मोबाइल पर फोन किया और पूछा कि कितने पैसों का इंतजाम हुआ है, बच्चे के पिता के द्वारा बताया गया कि 8 लाख रूपये का इंतजाम हो पाया है इससे ज्यादा पैसे मेरे पास नहीं है। थोड़ी देर न-नुकुर करने के पश्चात अपहरणकर्ता 8  लाख रुपए में राजी हो गए व बच्चे के पिता को अंधमूक बाईपास से सिहोरा की ओर अकेले आने को कहा, साथ ही बोले कि बच्चा आपको बाद में डिलिवर किया जाएगा, पैसा लेने के बाद हमारा एक बंदा धनवंतरी नगर चैक में  आपके बच्चे को ड्राप कर देगा, लेकिन बच्चे के पिता एक हाथ से पैसा व दूसरे हाथ से बच्चा देने की बात कर रहे थे, तब अपहरणकर्ताओ द्वारा कहा गया कि आपके पास  हमारे उपर विश्वास करने के अलावा  और कोई रास्ता नहीं है, अगर आपको अपना बच्चा प्यारा है तो हमारी बात मान लो, और भूल कर भी अगर पुलिस को शामिल किया तो बच्चे को जान से खत्म कर देंगे।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि  पुलिस का मुख्य लक्ष्य ""अपहृत आदित्य लाम्बा की सकुशल वापसी ÓÓ हेतु सिहोरा रोड पर लगी समस्त पार्टियो को कुछ न करने के लिये एवं गोपनीय तरीके से निगाह रखने हेतु कहा गया  । इसी बीच आरोपियों के बतायेनुसार अपहृत बच्चे के पिता रूपये लेकर खजरी खिरिया बाईपास पहुंचे जहॉ आरोपी अंधेरे में छिपे हुये थे जो देखते ही बोले कि जहाँखडे हो वहीं रोड किनारे पैसो का बैग रख दो तो  मुकेश लांबा ने 8 लाख रुपये से भरा बैग रख दिया।  धनवंतरी नगर चैक पर पहुंच कर बच्चे की वापसी का इंतजार करने लगे । कई घंटे बीत जाने के पश्चात जब बच्चा वापस नहीं आया तब पुलिस की सभी टीमें सक्रीय हुई तथा बच्चे की सकुशल वापसी के उद्देश्य से प्राप्त सूचनाओं एवं तकनीकी   आधार पर घेराबंदी करते हुये तीन आरोपी   राहुल विश्वकर्मा पिता राजेन्द्र विश्वकर्मा उम्र 30 वर्ष  ,  मलय राय पिता धर्मेन्द्र कुमार राय उम्र 25 वर्ष , करण जग्गी पिता मनोहर जग्गी उम्र 24 वर्ष तीनों निवासी महाराजपुर अधारताल  को घेराबंदी कर पकड़ा गया ।
                   पकड़े गये तीनों आरोपियों से सघन पूछताछ की गयी जिस पर पाया गया कि राहुल एवं मलय ने आज से लगभग 1 माह पहले आपस मे चर्चा के दौरान काम धंधा न मिलने व पैसों की तंगी के कारण किसी बड़े आदमी के बच्चे को किडनैप करने का प्लान बनाया, कुछ दिनों बाद राहुल विश्वकर्मा ने मलय राय को बताया कि मैं एक व्यक्ति को जानता हूॅं, उसका एक छोटा बच्चा भी है, पैसे भी मिल जायेगे।
   पकड़े गये तीनों आरोपियेां की निशादेही पर अपहृत आदित्य लांबा का शव जलगॉव मे बरगी नहर से दस्तयाब करते हुये शव का पी.एम कराया गया, प्रकरण में धारा 364, 364ए,302 भा.द.वि. का इजाफा करते हुये घटना में प्रयुक्त 1 मोबाईल एवं आरोपियों के 3  मोबाईल तथा फिरौती के रूप मैं दिये हुये 8 लाख रूपये में से 7 लाख 66 हजार रूपये जप्त किये गये हैं, घटना में प्रयुक्त 2 कार, 1 पल्सर मोटर सायकिल एवं एक्टीवा की बरामदगी हेतु आरोपियों को पुलिस रिमाण्ड पर लिया जा रहा है।

Created On :   18 Oct 2020 7:01 PM IST

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