विदर्भ में बारिश ने लाई आफत, डेढ़ सौ से अधिक गांवों का संपर्क टूटा

डिजिटल डेस्क, भामरागढ(गड़चिरोली),चंद्रपुर। मंगलवार देर रात से जारी मूसलाधार बारिश के चलते विदर्भ के कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति निर्माण हो रही है। गड़चिरोली जिले के भामरागढ़ से सटी पर्लकोटा नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। बाढ़ का पानी शहर के निचले रिहायशी इलाकों में घुसने से तकरीबन 300 से अधिक घरों में जलभराव की स्थिति निर्माण हो गयी है। पुलिस विभाग, राजस्व प्रशासन और स्थानीय नागरिकों की मदद से बाढ़ पीड़ित 300 परिवारों को सुरक्षित स्थल पर पहुंचाने का कार्य आरंभ किया गया है। वहीं निरंतर हो रहीं बारिश के चलते भामरागढ़ समेत तहसील के 150 से अधिक गांवों का संपर्क पूरी दुनिया से कट गया है। वर्तमान में ग्रामीण बुनियादी साहित्यों के लिए भी तरस रहे हैं। बता दें कि, इस तरह के हालात वर्ष 2006 में निर्माण हुए थे। उस समय भी पर्लकोटा नदी के बाढ़ से समूचा भामरागढ़ शहर टापू में तब्दील हो गया था। बता दें कि, छत्तीसगढ़ राज्य के जगदलपुर की इंद्रावती नदी भामरागढ़ से सटी हुई है। भामरागढ़ से कुछ ही दूरी पर इंद्रावती, पामुलगौतम और पर्लकोटा नदी का बड़ा संगम है। इंद्रावती का जलस्तर तीव्र गति से बढऩे के कारण भामरागढ़ के तीन नदियों के संगम में भी पानी बढऩे लगा है।
जिलाधिकारी शेखर सिंह के आदेश पर स्थानीय पुलिस विभाग और राजस्व विभाग ने सुबह से ही राहत कार्य आरंभ कर दिया। आपदा प्रबंधन की विशेष बोट की मदद से बाढ़ पीडि़तों को भामरागढ़ के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, समूह निवासी शाला और पंचायत समिति के सभागृह में स्थलांतरित किया जा रहा है। स्थानीय नायब तहसीलदार निखिल सोनवणे और उपविभागीय पुलिस अधिकारी कुणाल सोनवणे ने गुरूवार की प्रात: बोट से बाढ़ क्षेत्र का जायजा लेते हुए नगर वासियों को सतर्कता बरतने की चेतावनी दी है। साथ ही राहत कार्य में प्रशासन को सहयोग प्रदान करने की गुजारिश भी उन्होंने की है।
इरई बांध में 93.73 प्र.श. भंडारण, 2 दरवाजे खोले
बीते 27 जुलाई से प्रारंभ निरंतर बारिश 3 अगस्त को जाकर रुकी थी। परंतु फिर बुधवार से निरंतर बारिश शुरु होने से जनजीवन फिर से प्रभावित हो गया है। 48 घंटे से हो रही बारिश के बीच गुरुवार 8 अगस्त को सुबह10 बजकर 50 मिनट को इरई बांध के क्र. 1 व 7 ऐसे 2 दरवाजे 0.25 माटर से खोले गए हैं। वहीं 5 नंबर का गेट बंद कर दिया गया है। अभी इसमें 93.73 प्रश जलभंडारन होने की जानकारी बांध प्रबंधन ने दी है। पिछले 24 घंटे की बारिश गुरुवार दोपहर 12 बजे तक चंद्रपुर शहर में 25 मिमी रिकार्ड की गयी है। उधर निरंतर होती अतिवृष्टि से जिले में गीले अकाल का संकट मंडराने का खतरा बढ़ता दिखाई दे रहा है।
गोंडपिपरी मेंं पुलिया से बह गए 15 मवेशी
निरंतर बारिश के बीच ओवरफ्लो हुए सोमनपल्ली-कोंढाना पुलिया से करीब 15 मवेशी बह जाने की जानकारी मिली है। इसमें करीब7 मवेशी मृत मिले है। शेष मवेशियों की खोजबीन शुरू है। इस पखवाडे़ में यह इस तरह की इसी परिसर की दूसरी घटना है।
सामान्य से मूसलाधार वर्षा की चेतावनी
बीते दो दिनों से निरंतर हो रही बारिश के बीच गुरुवार को फिर मौसम विभाग ने आगामी समय में सामान्य से मूसलाधार बारिश होने की चेतावनी दी है। 5 अगस्त को भी इसी तरह से चेतावनी दी गयी थी। मौसम विभाग का कहना है कि चंद्रपुर समेत विदर्भ के कई स्थानों पर आनेवाले समय में सामान्य से मूसलाधार बारिश हो सकती है।
Created On :   8 Aug 2019 8:03 PM IST