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हाल ए जिला अस्पताल... प्रसव पूर्व गर्भवती महिलाओं से बुलाए जा रहे ग्लब्स और बीटाडीन
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल की गायनिक यूनिट के हाल बदहाल है। यहां सामान्य प्रसव और सीजर पूर्व गर्भवती महिलाओं से ग्लब्स और बिटाडिन समेत अन्य सामग्री बुलाई जा रही है। गुरुवार सुबह जिन गर्भवती महिलाओं का सीजर होना था वे महिलाएं आपरेशन थिएटर के बाहर हाथ में ग्लब्स सेट और बिटाडिन की बॉटल लेकर अपनी बारी का इंतजार करती देखी गई।
प्रसूताओं के परिजनों ने नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर बताया कि गर्भवती महिलाओं से भर्ती होने के दौरान ही बाजार से साढ़े छह नंबर के छह ग्लब्स और बिटाडिन की तीन बॉटल लाने कह दिया जाता है। जिले के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों से आने वाले गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों गायनिक वार्ड की इस अव्यवस्था से खासे परेशान हैं।
पैथालॉजी में उपलब्ध कराई हेपेटाइटिस जांच किट
जिला अस्पताल की पैथालॉजी लैब में पिछले बीस दिनों से हेपेटाइटिस जांच किट का टोटा बना हुआ था। गर्भवती महिलाओं की रूटीन जांच रिपोर्ट में स्टाफ साफ तौर पर लिखकर दे रहे हैं कि एचबीएजी जांच किट नहीं है। प्रसव, सर्जरी और मरीज को ब्लड चढ़ाने के पूर्व एचआईवी, एचसीवी और एचबीएजी (हेपेटाइटिस बी) जांच अनिवार्य होती है। मरीजों की समस्या को लेकर गुरुवार को खबर प्रकाशित की गई थी। खबर के बाद आनन-फानन में गुरुवार को ही प्रबंधन द्वारा हेपेटाइटिस बी जांच किट की व्यवस्था बनाई गई। अब मरीजों को जांच के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।
प्रबंधन का दावा- पर्याप्त मात्रा में है सामग्री
इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ.शिखर सुराना का कहना है कि अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में ग्लब्स समेत अन्य सामग्रियां उपलब्ध हंै। गायनिक स्टाफ किन परिस्थितियों में मरीज के परिजनों से सामग्रियां बुला रहे हैं, इसकी जांच कराई जाएगी।
जांच के लिए भी ग्लब्स की मांग
प्रसव पीड़ा से जूझ रही गर्भवती महिलाओं की जांच के पूर्व ही परिजनों को बाजार से ग्लब्स लाने दबाव बनाया जाता है। वार्ड में भर्ती पर्ची बनाने से पहले ग्लब्स समेत अन्य सामग्रियां बाजार से लाने हिदायत दे दी जाती है। वार्ड में सामग्री का टोटा होने का हवाला देकर स्टाफ बाजार से ग्लब्स बुला रहा है।
Created On :   1 April 2022 2:31 PM IST