विश्व के साढ़े बारह ज्योतिर्लिंग में से यहां आधा शिवलिंग होने की मान्यता है

Half of the twelve Jyotirlingas of the world are believed to be here.
विश्व के साढ़े बारह ज्योतिर्लिंग में से यहां आधा शिवलिंग होने की मान्यता है
छिंदवाड़ा विश्व के साढ़े बारह ज्योतिर्लिंग में से यहां आधा शिवलिंग होने की मान्यता है

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा जिले में सौंसर के मोहगांव हवेली में अर्धनारीश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में भगवान शिव अर्धनारीश्वर स्वरुप में हंै। विश्व के साढ़े बारह ज्योतिर्लिंग में से एक आधा शिवलिंग यहां होने की मान्यता है। सावन मास में प्रति सोमवार यहां शिवलिंग का पूजन व अभिषेक के साथ रुद्राभिषेक और १०१ से लेकर ११ हजार एक तक बेलपत्र चढ़ाने की पंरपरा है।
मंदिर में स्थापित शिवलिंग प्राचीन है। मंदिर के प्रचलित इतिहास के अनुसार ईसवी १३०० सदी में हेमांद्री पंत महाराज द्वारा शिव मंदिर का निर्माण किया गया था। मान्यता है कि प्रथम हिंदु सम्राट विक्रमादित्य इस मंदिर में पूजा करने आते थे।  रघुजी राजा ने मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था, तब पूजा-अर्चना व व्यवस्था की जिम्मेदारी देवगढ़ के राजाओं द्वारा निभाई जाती रही है। यह क्षेत्र नागपुर के भोसले राज्य में स्थानांतरित होने पर भोसले महाराज ने दलपत शाह नरेश को यहां प्रतिनिधि नियुक्त किया  था। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा बताते हंै कि मंदिर के निकट बहने वाली नदी इस क्षेत्र में सर्प के आकार में बहती है, इसलिए इसे सर्पा नदी कहा जाता है। पंडित आष्टीकर महाराज बताते हैं कि सावन सोमवार को अर्धनारीश्वर शिव का पूजन करने से पुण्यफलों की प्राप्ति होती है।
कैसे पहुंचे :
सौंसर से मोहगांव मार्ग से ६ किमी दूर पश्चिम दिशा में मंदिर स्थित है। यात्रियों के लिए बस व टैक्सी से मंदिर तक पहुंचने की व्यवस्था है। रेलवे से छिंदवाड़ा या नागपुर से सौंसर रेलवे स्टेशन पहुंच कर यहां से एक किमी दूरी पर स्थित बस स्टैंड से मोहगांव के लिए यात्री बसें मिलती हैं। निकट का एयरपोर्ट ७२ किमी दूरी पर नागपुर में है।
सुविधाएं: यहां मंदिर कमेटी द्वारा निर्माण कराया गया सामुदायिक भवन श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध रहता है। यहां अन्य राज्यों से भी शिव भक्त दर्शन करने आते हैं।

Created On :   22 Aug 2022 12:50 PM IST

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