परीक्षा से वंचित छात्राएं हो रही परेशान, बढ़ती जा रही शिकायतें

Girls deprived of exams are getting upset, increasing complaints
परीक्षा से वंचित छात्राएं हो रही परेशान, बढ़ती जा रही शिकायतें
छिंदवाड़ा परीक्षा से वंचित छात्राएं हो रही परेशान, बढ़ती जा रही शिकायतें

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। पीजीडीसीए की परीक्षा के वंचित गल्र्स समेत जिले के ११३ स्टूडेंट्स कॉलेज व यूनिवर्सिटी के चक्कर लगाकर थक चुके हैं। संस्थाओं से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के कारण स्टूडेंट्स परेशान हैं। मंगलवार को भी दर्जनों छात्राएं परीक्षा की जानकारी जुटाने गल्र्स कॉलेज प्रबंधन के पास पहुंची थी। पीडि़तों की बढ़ती शिकायतें जिला प्रशासन से लेकर सीएम तक पहुंच चुकी हैं। लेकिन अब तक इस संबंध में कोई निर्देश जारी नहीं किए गए हैं।  
जानकारी अनुसार राजाशंकर शाह यूनिवर्सिटी ने इसी शिक्षा सत्र में गल्र्स कॉलेज में पीजीडीसीए कोर्स को संबद्धता दी थी। यूजीसी की गाइडलाइन का पालन करते हुए रेग्युलर डिग्री कोर्स के साथ ११३ स्टूडेंट्स ने पीजीडीसीए डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लिया था। फरवरी २०२२ में आयोजित पारंपरिक पाठ्यक्रम की परीक्षाओं के साथ पीजीडीसीए की परीक्षाएं भी आयोजित करने अधिसूचना जारी की गई थी। नियमित पाठ्यक्रम की परीक्षाओं के साथ पीजीडीसीए की परीक्षा का टाइम टेबल घोषित करने से स्टूडेंट्स का विरोध शुरु हुआ था। यूनिवर्सिटी ने पीजीडीसीए की परीक्षा स्थगित तो कर दी थी, लेकिन अब दोबारा आयोजन कराने पर उच्च शिक्षा विभाग से मार्गदर्शन मांग रही है। प्रवेश पा चुके स्टूडेंट्स एक साल बीतने के बाद भी परीक्षा आयोजित नहीं होने से परेशान हो रहे हैं। मंगलवार को भी दर्जनों छात्राओं ने गल्र्स कॉलेज प्रबंधन के सामने परीक्षाएं जल्द कराने की गुहार लगाई है।
साल खराब होने से परेशान छात्राएं
फस्र्ट ईयर के साथ पीजीडीसीए डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लिया था। फीस जमा कर दी गई है, परीक्षाएं स्थगित करने के बाद दोबारा आयोजन के संबंध में कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे रहा है। पात्रता किसे है किसे नहीं अब देखा जा रहा है, जबकि प्रवेश देने से पहले प्रक्रिया समझना था, अब हमें क्यों परेशान किया जा रहा है।
तोसिबा बानो, पीडि़त छात्रा
अगस्त २०२१ में प्रवेश लिया था, फरवरी माह में फस्र्ट सेमेस्टर की परीक्षाएं आयोजित कराई जानी थी, लेकिन कुछ पीजी स्टूडेंट्स की परीक्षाएं एक साथ होने की वजह से परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थीं। अब हमें भी इस परीक्षा से वंचित कर दिया गया है। पात्रता नहीं थी तो प्रवेश ही नहीं देना था। हमारा साल क्यों खराब किया जा रहा है।
रोशनी वर्मा, पीडि़त छात्रा (फोटो अमित मेल)
इनका कहना है
अब तक शासन से कोई भी दिशा निर्देश नहीं मिले हैं। शासन के निर्देशानुसार ही पीजीडीसीए की परीक्षा के संबंध में कोई कदम उठाए जा सकेंगे।
 

Created On :   27 April 2022 3:52 PM IST

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