आफीसर्स कालोनी में पटवारी खिला रहा था सरकारी आवास में जुआ: 4लाख जप्त

gambling in a government house of patwari in officers colony
आफीसर्स कालोनी में पटवारी खिला रहा था सरकारी आवास में जुआ: 4लाख जप्त
आफीसर्स कालोनी में पटवारी खिला रहा था सरकारी आवास में जुआ: 4लाख जप्त

डिजिटल डेस्क दमोह । जिला मुख्यालय की पॉश कालोनी आफीसर्स कालोनी में जहां पर की तहसीलदार से न्यायाधीश तक के निवास है में जिला मुख्यालय के पटवारी को आवंटित शासकीय आवास में कोतवाली पुलिस द्वारा शनिवार की रात्रि छापा मारकर करीव चार लाख का जुआ पकडऩे में सफलता हासिल की।
  पुलिस अधीक्षक द्वारा लगातार ही जिले के पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किए जाने के बाद पुलिस कितनी भी सक्रिय रहे लेकिन जुआरी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है और दीपावली से लगातार ही जुए के फड़ पकड़े जा रहे है। पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल के निर्देशन में लगातार चलाए जा रहे अभियान के तहत जिला मुख्यालय के पटवारी शिवशंकर पटैल टेढ़े को आवंटित शासकीय आवास पर शनिवार की रात्रि कोतवाली थाना प्रभारी रीता सिह के द्वारा अपने सदलबल के साथ छापा मारकर चल रहे जुआ फड़ को पकड़ा जिसमें खेल रहे कुल नौ जआरियों से 3 लाख 99 हजार 290 रुपए जप्त किए है। खेल रहे इन जुआरियों में पटवारी शिवशंकर पटैल, बालमुकुंद चौबे, विनोद नवानी, अरुण जैन, संजू तिवारी, धर्मेन्द्र वुधवानी को गिरफ्तार किया जबकि राजू राय, मनीष चौरसिया व पप्पू तिवारी मौका देखकर भागने में सफल हो गए। पुलिस द्वारा सभी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की।
कुछ फड़ों पर चिल्लर बटोरती रही पुलिस
ताश के पत्तो पर दाव लगाने कई स्थानों पर जुए फड़ संचालित होते रहे और पुलिस द्वारा पकड़कर कार्यवाही भी की गई। लेकिन कुछ छोटे मोटे ऐसे जुए भी पुलिस ने पकड़े जिनमें पुलिस ने कार्यवाही तो नहीं की लेकिन उन्हें नोटो के स्थान पर चिल्लर जरुर बटोरना पड़ी। वर्तमान में बाजार में अत्याधिक मात्रा में चिल्लर होने के चलते जुआरी इस चिल्लर को लेकर जु़आ फड़ में जाते है और दाव लगाते है। ऐसे में पकड़े गए जुए में पुलिस को जप्ती के नाम पर इस चिल्लर को बटोरना भारी पड़ जाता है इसलिए पुलिस जुआरियों को हड़काकर जुए को बंद करा देती है और चिल्लर छोड़ देती है।
पॉश कालोनी के यह हाल तो अन्य जगह क्या
मामले में जब शहर की पॉश कालोनी में इतने अंकुश के बाद भी लाखों का जुआ होता रहा तो अन्य स्थानों पर चल रहे जुए फड़ों की क्या हालत होगी। वहीं शासकीय क्वार्टर में शासकीय कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे कृत्य कहीं न कहीं पुलिस अधीक्षक की जुआ रहित जिला बनाने की मंशा पर भी प्रहार करते दिखाई देते है। एक शासकीय क्वार्टर में हो रहा लाखों का जुआ और उसमें पकड़े गए आरोपियों में शमिल शासकीय कर्मचारी इस बात की पुष्टी करते है कि शासकीय कर्मचारियों को शासन से मिल रहे क्वार्टर का उपयोग रहवास व शासकीय कार्य के स्थान पर गैरकानूनी गतिविधियों में भी होता है जिसपर शासन को ध्यान देना जरुरी है।
इनका कहना है
सामाजिक अपराधों को रोकना पुलिस की प्राथमिकता है और जिले में जिस जगह भी इस तरह के अपराध होगें वहां पुलिस अपनी कार्यवाही करेगी और ऐसे आपराधों पर लगाम लगाएगी।
विवेक अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक दमोह

 

Created On :   23 Oct 2017 1:13 PM IST

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