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गोंदिया का पूर्व पार्षद, शराब ठेकेदार पहुचाते थे नक्सलियों को विस्फोटक - मॉयल मजदूर के जरिए पहुंचती थी जिलेटिन रॉड , सभी गिरफ्तार
मामले में हो रहे अहम खुलासे, नेटवर्क से जुड़े आरोपियों तक पहुंच रही पुलिस, अब तक 16 गिरफ्तारी
डिजिटल डेस्क बालाघाट । तीन राज्यों के नक्सलियों को हथियार मुहैया कराने के मामले में पुलिस को अन्य आरोपियों तक पहुंचने में एक और सफलता मिली है। गुरुवार को गोंदिया के पूर्व पार्षद, भरवेली मॉयल मजदूर सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इतना ही नहीं पुलिस ने नक्सलियों को हथियार खरीदने के लिए मोटी रकम मुहैया कराने वाले गोंदिया के ही एक शराब ठेकेदार को हिरासत में लिया है। अब तक इस मामले में 16 आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुलिस ने गोंदिया के पूर्व पार्षद छत्रसाल उर्फ बंटी बानेवार, गोंदिया निवासी लक्ष्मी नारायण उर्फ बारू कुंभारे, राजेश पाटिल, अशोक पाटिल और बालाघाट, भरवेली निवासी सुनील लिल्हारे को गिरफ्तार किया है। उक्त आरोपी लंबे समय से गिरोह से संपर्क में थे और जिलेटिन रॉड सहित अन्य विस्फोटक व हथियार उपलब्ध कराते थे, जिसके बाद गिरोह में शामिल आरोपी उक्त सामग्री मांग के अनुरूप नक्सलियों तक पहुंचाते थे। सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
ऐसे खुल रही परत-दर-परत
रविवार, 11 जुलाई को गोंदिया के आमगांव से गिरफ्तार वचन खंडारे के घर से एके-47 सहित पिस्टल बरामद हुई थी। जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने नेटवर्क से जुड़े अन्य नाम उजागर किए। वचन की निशानदेही पर पकड़े गए ओरापी भी दूसरे आरोपियों के नाम उगल रहे हैं। जानकारी के अनुसार, वचन ने पुलिस को बताया कि उसने पूर्व में पकड़े गए आरोपी घनश्याम आंचले को पिस्टल के साथ जिलेटिन रॉड भी उपलब्ध कराई थी। बरामद पिस्टल बंटी बानेवार (पूर्व पार्षद) ने उपलब्ध कराई थी और जिलेटिन रॉड बारू कुंभारे ने दी थी। बारू ने पूछताछ में बताया कि उसे जिलेटिन रॉड बोरवेल खननकर्ता राजेश पाटिल ने दी थी। राजेश को उसके बड़े भाई अशोक पाटिल ने और अशोक को बालाघाट निवासी भरवेली मॉयल मजदूर सुनील लिल्हारे से जिलेटिन रॉड लेना बताया।
पूर्व पार्षद पर दर्ज है आम्र्स एक्ट का मामला
गोंदिया से धराया गया पूर्व पार्षद बंटी बानेवार वर्ष 1995 से 2000 तक शिवसेना पार्टी से पार्षद रह चुका है। उसकी पत्नी भी शिवसेना से ही वर्ष 2005 से 2010 तक पार्षद और नगर परिषद गोंदिया शिक्षण सभापति के पद पर भी थी। सूत्रों के अनुसार, बंटी 2013-14 में आम्र्स एक्ट के गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस बंटी सहित अन्य आरोपियों के पुराने रिकॉर्ड खंगाल रही है। पुलिस के मुताबिक, इस मामले में गिरफ्तार लगभग सभी आरोपियों पर एक से दो प्रकरण दर्ज हैं, जिनकी जांच चल रही है।
जूतों में भरकर लाता था जिलेटिन रॉड
जानकारी के अनुसार, बालाघाट के भरवेली माइंस में ब्लास्टिंग के लिए इस्तेमाल होने वाली जिलेटिन रॉड वहां काम करने वाले मजदूर सुनील लिल्हारे द्वारा अशोक, राजेश सहित नेटवर्क से जुड़े आरोपियों के जरिए नक्सलियों तक पहुंचाई जाती थी। सुनील ने बताया कि भरवेली माइंस में ब्लास्टिंग के दौरान जो जिलेटिन रॉड ब्लास्ट नहीं होती थी, उसे मलबा उठाने के दौरान जूतों में भरकर बाहर लाता था व अशोक पाटिल को देता था। फिर अशोक राजेश को और राजेश चेन से जुड़े अन्य लोगों के माध्यम से नक्सलियों तक पहुंचाते थे। इस मामले में जांच अधिकारी लांजी एसडीओपी दुर्गेश आर्मो ने बताया कि जो जिलेटिन रॉड ब्लास्ट नहीं हो पाती, यदि उसका चार्जर मिल जाए तो उसे विस्फोटक के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
नक्सलियों को पैसे मुहैया कराता था शराब ठेकेदार
पुलिस ने गोंदिया के शराब ठेकेदार देवराज गुंदेवार को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, देवराज नक्सलियों को विस्फोटक खरीदने के लिए मोटी रकम मुहैया कराता था। इसके लिए वह पूर्व में पकड़े गए आरोपी घनश्याम आंचले की मदद लेता था। 29 जून को ही देवराज ने घनश्याम के जरिए नक्सलियों तक 5 से 6 लाख रुपए पहुंचाए थे। शराब ठेकेदार इस काम में पिछले चार से पांच सालों से संलिप्त बताया जा रहा है।
इनका कहना है
पूर्व में पकड़ाए गए आरोपियों से विस्फोटक और हथियार बरामदगी के मामले में विवेचना जारी है। गुरुवार को गोंदिया से पूर्व पार्षद सहित तीन लोगों व बालाघाट भरवेली से एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में और भी आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है।
अभिषेक तिवारी, एसपी, बालाघाट
भरवेली माइंस में मजदूर सुनील लिल्हारे तीन वर्ष पूर्व लकवाग्रस्त हो गया था, फिर भी वह इस काम में सक्रिय था। उसने पूछताछ में जिलेटिन रॉड आरोपियों के जरिए नेटवर्क तक पहुंचाने की बात कबूली है।
दुर्गेश आर्मो, एसडीओपी, लांजी
Created On :   16 July 2021 7:27 PM IST