वन विभाग की लापरवाही, खामियाजा भुगत रहे वन्यप्राणी

Forest department not serious about forest and wildlife protection
वन विभाग की लापरवाही, खामियाजा भुगत रहे वन्यप्राणी
वन विभाग की लापरवाही, खामियाजा भुगत रहे वन्यप्राणी

डिजिटल डेस्क मंडला। वन और वन्यप्राणी की सुरक्षा को लेकर वन विभाग गंभीर नहीं है। अंजनिया जगमंडल के सर्किल ककैया के देवगांव तलैया टोला में एक साभंर की कुंए में गिरने से मौत हो गई। वन क्षेत्र में गश्त नहीं होने के कारण यह घटना की सूचना देरी से मिली। मौके में एक दिन बाद पहुंचे वन अमले ने सूखे कुंए में गिरे सांभर को निकलने के लिए किसी भी तरह का रेस्क्यू तक नहीं किया है। वन अमले की लावरवाही के कारण एक वन्यप्राणी की मौत हो गई है। इस ओर परिक्षेत्र अधिकारी का बिल्कुल भी ध्यान नहीं है।
बताया गया है कि ककैया सर्किल के देवगांव तलैया टोला में कही से भटक कर एक वन्यप्राणी सांभर आ गया। गत दिवस यही के सूखे $कुएं में जा गिरा। कुआ में पानी नहीं होने के कारण गिरने से उसकी जान तो बच गई। चोट लगने और समय पर रेस्क्यू नहीं होने के कारण उसने दम तोड़ दिया है। आरोप है कि वन विभाग के अमले के द्वारा वन क्षेत्र में गश्त नहीं की जा रही है। सिर्फ कागजी कार्रवाई में अधिक ध्यान दिया जा रहा है। वन और वन्यप्राणी के सरंक्षण के लिए कोई खास काम नहीं किए जा रहे है। इसके चलते लगातार वन्यप्राणीयों की असमय ही मौत हो रही है। बताया गया है कि सांभर गत दिवस कुआ में गिरा और वन अमला दूसरे दिन मौके पर पहुंचा। रात भर कुंआ में पड़े होने के कारण उसकी मौत हो गई। यहां मौके पर पहुंचे अमले के द्वारा किसी भी प्रकार बचाव कार्य नहीड्डं किया। अधिक गहराई के कुआ होने के कारण यह तक जानने की जरूरत नहीं समझी गई है कि सांभर जीवित है कि नहीं। अमले ने पहुंचकर पंचनामा प्रकरण बनाया गया।कुआ में पानी नहीं होने के कारण गिरने से उसकी जान तो बच गई। चोट लगने और समय पर रेस्क्यू नहीं होने के कारण उसने दम तोड़ दिया है।

 

Created On :   19 Dec 2017 12:56 PM IST

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