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राज्य में भरपूर बिजली, आपूर्ति बाधित हुई तो अधिकारी पर कार्रवाई -बावनकुले
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डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य में फिलहाल खपत से ज्यादा बिजली उपलब्ध है ऐसे में अगर तकनीकी खराबी के अलावा किसी और वजह से बिजली आपूर्ति खंडित हुई तो सहायक अभियंता को इसका जिम्मेदार माना जाएगा। ऊर्जामंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने विधानसभा में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इलाके के फीडर को वहां तैनात सहायक अभियंता के वेतनश्रेणी से जोड़ा जाएगा। अगर बिना वजह बिजली कटौती होती है तो इसका खामियाजा सहायक अभियंता को पदोन्नति और वेतनश्रेणी के तौर पर भुगतना होगा।
राज्य में बिजली के मीटरों की कमी से जुड़े ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बावनकुले ने बताया कि केंद्र सरकार की सौभाग्य योजना के तहत राज्य में इस साल 31 मार्च से पहले 15 लाख 18 हजार ग्राहकों को कुछ महीने में बिजली कनेक्शन दिए गए इसके चलते नागपुर, औरंगाबाद, पुणे समेत राज्य के कई हिस्सों में बिजली के मीटरों की कमी हो गई थी। लेकिन इस दौरान भी लोगों को कॉमन मीटर के जरिए बिजली कनेक्शन दिए गए थे।
मिल चुके हैं 25 लाख मीटर
उन्होंने बताया कि अब 48 हजार मीटरों के आर्डर दिए गए हैं जिसमें से 25 लाख मीटर आ गए हैं इसलिए अब मांग के मुताबिक मीटर लगाए जा सकेंगे। अगर इस मामले में किसी की लापरवाही सामने आती है तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मोबाइल एप से दे सकेंगे मीटर रीडिंग
मीटर रीडिंग लेने में निजी कंपनियों से जुड़े कर्मचारियों की लापरवाही से जुड़े सवाल पर बावनकुले ने कहा कि एप के जरिए ग्राहक महीने की 30 तारीख को अपने मीटर की जानकारी विभाग को दे सकते हैं और बिल इसी आधार पर भेजा जाएगा। इसलिए लोगों को रीडिंग लेने वालों पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है। उन्होंने भरोसा दिया कि रीडिंग में गडबड़ी पाए जाने पर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बिल न चुकाने पर जिलापरिषद स्कूलों की बिजली काटे जाने पर बावनकुले ने कहा कि ग्राहकों पर कुल 48 हजार करोड़ रुपए बिजली का बिल बकाया है ऐसे में इस भार को और सहन नहीं किया जा सकता। फिर भी स्कूलों को कहा गया है कि अगर वे बिल के 10 फीसदी का भी भुगतान कर दें तो बिजली कनेक्शन फिर जोड़ दिया जाएगा।
Created On :   25 Jun 2019 7:11 PM IST