नागपुर में हर शनिवार-रविवार जनता कर्फ्यू जरूरी, बढ़ रहे हैं कोरोना मरीज

Every Saturday-Sunday public curfew is necessary in Nagpur
नागपुर में हर शनिवार-रविवार जनता कर्फ्यू जरूरी, बढ़ रहे हैं कोरोना मरीज
नागपुर में हर शनिवार-रविवार जनता कर्फ्यू जरूरी, बढ़ रहे हैं कोरोना मरीज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए प्रत्येक शनिवार और रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ लगाने का आह्वान नागपुर के जनप्रतिनिधियों ने महापौर संदीप जोशी से किया है। साथ ही कहा कि बाजार में ‘ऑड-इवन’ नियम लागू करें, लेकिन 9 मीटर से जहां अधिक चौड़ी सड़कें हैं, वहां इससे मुक्त करें। महापौर ने इन प्रस्तावों पर मनपा प्रशासन से उचित विचार करने को कहा है। 

व्यवस्था में हो सुधार

महापौर जोशी ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों को स्वास्थ्य व्यवस्था के संकटों का सामना करना पड़ रहा है, लिहाजा व्यवस्था सक्षम करने पर जोर दिया जाए। निजी अस्पतालों में सरकार द्वारा तय शुल्क अनुसार ही बिलों की वसूली हो। जिनकी शिकायतें आ रही हैं, उन मरीजों के बिलों का थर्ड पार्टी ऑडिट किया जाए। इस दौरान प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे। 

बेड की उपलब्धता के लिए केंद्रीय कॉल सेंटर 

मरीज पॉजिटिव आने के बाद वह कहां जाए, कौनसे अस्पताल में उपचार ले आदि बाबत मरीजों में भ्रम बना रहता है। नागपुर महानगरपालिका ने यह व्यवस्था केंद्रीय पद्धति से की है। 0712-2567021 क्रमांक पर नागरिक फोन करने पर बेड्स की उपलब्धता, निजी अस्पतालों का शुल्क आदि जानकारी ले सकते हैं। 

लंबे समय बाद आयुक्त के साथ बैठक 

लंबे समय से चल रहा विवाद अब थमता दिखा। काफी समय बाद आयुक्त जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक में उपस्थित रहे। इस मौके पर जनप्रतिनिधियों ने भी खूब भड़ास निकालकर स्वास्थ्य व्यवस्था की खामियां गिनाई। विधायक कृष्णा खोपडे ने कहा कि अनेक निजी अस्पतालों में मरीजों से मोठी रकम वसूली जा रही है। गरीबों के हाल हो रहे है। इसपर नियंत्रण के लिए उपायुक्त स्तर की समिति तैयार करें। मोहन मते ने कहा कि बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए शहर में अनेक समाजभवन उपलब्ध हो सकते है। जिनके घरों में व्यवस्था नहीं है, उन्हें यहां रखा जा सकता है।

प्रवीण दटके ने जांच केंद्र बढ़ाने की मांग की। जहां जांच रिपोर्ट दी जाती है, वहां ओपीडी और समुपदेशन की व्यवस्था करने पर मरीजों को असुविधा नहीं होगी। विकास कुंभारे ने गांधीबाग जोन में शववाहिका उपलब्ध कराने की मांग की। सभी सूचनाओं का स्वागत करते हुए आयुक्त राधाकृष्णन बी. ने बताया कि फिलहाल शहर में 34 जांच केंद्र है। नये 16 केंद्र जल्द शुरू किए जाएगे। प्रत्येक केंद्र पर कम से कम 100 जांच होगी, इस दृष्टि से प्रयास रहेंगे। निजी अस्पतालों को लेकर शिकायत आती है तो निश्चित रुप से कार्रवाई होगी। 

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Created On :   31 Aug 2020 10:14 PM IST

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