वाशिम में भी आज पेट्रोल पंप संचालक कंपनी से पेट्रोल-डीज़ल नहीं खरीदेंगे

Even today petrol pump operators will not buy petrol and diesel from the company
वाशिम में भी आज पेट्रोल पंप संचालक कंपनी से पेट्रोल-डीज़ल नहीं खरीदेंगे
देशव्यापी हड़ताल वाशिम में भी आज पेट्रोल पंप संचालक कंपनी से पेट्रोल-डीज़ल नहीं खरीदेंगे

डिजिटल डेस्क, वाशिम। फेडरेशन आफ आल महाराष्ट्र पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के आव्हान पर देशव्यापी खरीदी बंद आंदोलन के तहत मंगलवार 31 मई को वाशिम जिले में भी सभी पेट्रोल पम्प संचालक पेट्रोलियम कंपनियों से पेट्रोल और डीज़ल नहीं खरीदेंगे । लेकिन ग्राहकों को असुविधा ना हो इस हेतु पेट्रोल-डीज़ल की बिक्री यथावत शुरु रहेंगी । फेडरेशन आफ आल महाराष्ट्र पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में वाशिम के पेट्रोल पंप संचालक सर्वश्री जितेन्द्र छाबड़ा, विवेक पाटणी, नरेन्द्र शर्मा, गोपाल शर्मा, अनिल केंदले आदि ने संयुक्त रुप से उपरोक्त जानकारी देते हुए बताया कि एसोसिएशन के महाराष्ट्र प्रदेशाध्यक्ष उदय लोध की ओर से एसोसिएशन की अपनी विविध मांगे ना मानने पर गत 22 मई को देशव्यापी खरीदी बंद आंदोलन का निर्णय लिया गया था । इसी के तहत वाशिम में भी मंगलवार 31 मई को देशव्यापी खरीदी बंद आंदोलन में महाराष्ट्र के 6 हज़ार 500 पेट्रोल पम्प शामिल होंगे । वाशिम में भी आंदोलन के तहत मंगलवार को पेट्रोलियम कंपनियों से पेट्रोल पम्पों द्वारा पेट्रोल डीज़ल नहीं खरीदा जाएंगी लेकिन ग्राहकों को असुविधा न हो, इस दृष्टि से बिक्री मात्र शुरु रहेंगी । उन्होंने बताया की एसोसिएशन की मांगों के अनुसार वर्ष 2017 से पेट्रोल डिलर्स के डिलर मार्जिन में सुधान नही हुआ । शासन व आईल कम्पनियों के साथ हुए करार के अनुसार हर छह माह में अखिल भारतीय ग्राहक कीमत निर्देशांक (AICPI) से जोड़ने के बावजूद उस पर अमल नहीं किया गया । वर्ष 2017 से आज तक इंधन के मूल्य मात्र लगभग दुगने हो गए है, जिससे निवेश खर्च, बैंकों का ब्याज, वेतन, बिजली बिल, बाष्पीभवन, विविध शासकीय फीस आदि खर्च भी दुबना हुआ है । इसी प्रकार 2 मर्तबा (4 नवंबर 2021 और 21 मई 2022) को केंद्र ने एक्साईज़ मंे कटौती घोषित की और इंधन का मूल्य लगभग 8 से 12 रुपए कम किया । इस पर भी तत्काल अमल करना पड़ा । वास्तविकता में डिलर्स ने अधिक भाव से एक्साईज़ भरकर माल खरीदा था और यह माल बिक्री करते समय कम किए गए एक्साइज़ के भाव से बिक्री करने के लिए अनिवार्य किया गया । डिलर्स को नफे में नुकसान हुआ तो समझा जा सकता है लेकिन यहां तो उनकी मुद्दल घट गई । संपूर्ण भारतभर में लगभग 3 हज़ार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ । इस नुकसान से डिलर्स के लिए नई खरीदी करना कठीन हो गया है । हम मूल्य कम करने के समर्थन में है लेकिन शासन ने स्वयं 16 जून 2017 को शुरु की गई डेली प्राईज़ चेंज पदध्त अचानक बदलकर स्वयं के साथही आईल कम्पनियों को सुविधा की घोषणा करते समय डिलर्स का नुकसान न हो, यह भी देखना चाहिए । कबुल की गई डायनामीक प्रायसिंग का कम्पनी की ओर से पालन नहीं किया जाता, जिससे पूर्व की भांति 15 दिन में भाव बदलने की पद्धत शुरु किए जाने को लेकर हमारी मांग है । आईल कम्पनियां उपरोक्त तथा अन्य समस्याओं के निवारण को लेकर चर्चा के लिए तैयार नहीं । इसके लिए 31 मई को एक दिन पेट्रोल-डीज़ल खरीदी बंद रखकर केंद्र शासन व आईल कम्पनियों का ध्यान आकर्षित करने और एकजुटता से प्रदर्शन करने के लिए यह आंदोलन है । लेकिन ग्राहकों को असुविधा ना हो, इस हेतु पेट्रोल पम्पो से बिक्री यथावत शुरु रहेंगी । इसबीच भारत पेट्रोलियम कम्पनी ने पिछले 2 दिन अपने कारणाें को लेकर इंधन आपूर्ति रोक दी है । इस कारण यदि आपूर्ति में बाधा आती है ते इसकी जवाबदारी डिलर्स की न रहकर कम्पनी और शासन की रहेंगी ।

Created On :   31 May 2022 5:59 PM IST

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