35 हायर सेकण्ड्री, हाई स्कूल और 57 मिडिल, प्रायमरी स्कूल की सरकारी भूमि पर अतिक्रमण

Encroachment on government land of 35 higher secondary, high and 57 middle primary schools
 35 हायर सेकण्ड्री, हाई स्कूल और 57 मिडिल, प्रायमरी स्कूल की सरकारी भूमि पर अतिक्रमण
 35 हायर सेकण्ड्री, हाई स्कूल और 57 मिडिल, प्रायमरी स्कूल की सरकारी भूमि पर अतिक्रमण

डिजिटल डेस्क सीधी। जिले की 35 हायर सेकण्ड्री, हाई स्कूल ऐसी हैं जिनकी एक तिहाई से अधिक भूमि अतिक्रमण के चपेट में है। इसी तरह 57 मिडिल और प्रायमरी स्कूल की भूमियों पर भी लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। विद्यालय प्रबंधन द्वारा खुद की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने संघर्ष किये जा रहे हैं लेकिन अतिक्रमणकारियों के आगे उनकी नहीं चल पा रही है।
जिले में सबसे ज्यादा सरकारी स्कूलों की भूमि अतिक्रमण के चपेट में देखी जा रही है। राजस्व की खाली पड़ी भूमियों में अवैध कब्जे को बीच-बीच में हटाने का काम तो होता है लेकिन सरकारी स्कूलों की भूमि में किये गये अतिक्रमण को शिक्षा विभाग तो क्या जिला प्रशासन भी नहीं खाली करा पा रहा है। जिला मुख्यालय की बात करे तो शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक 1 और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 2 की कुल 15 एकड़ 56 ढिस्मिल जमीन अब 12 एकड़ में सिमट गई है। अतिक्रमणकारियों ने चारों तरफ से तीन एकड़ भूमि पर अवैध कब्जा कर लिया है। क्रमांक 2 विद्यालय के आजू-बाजू किसी ने टाल बना लिये हैं तो किसी ने अवैध निर्माण कर कब्जा कर लिया है। इसी तरह उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक 1 की जमीन में भी लोगों ने दुकान, मकान बना लिये हैं। शहर में ही स्थित कोतरकला विद्यालय की भूमि में लोक निर्माण विभाग ने कब्जा कर रखा है। इसी तरह केन्द्रीय विद्यालय के पास स्थित खन्नौधा विद्यालय की भूमि में कुछ केन्द्रीय विद्यालय तो कुछ भूमि में निजी लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। कन्या विद्यालय चुरहट की एक एकड़ 2 ढिस्मिल जमीन में अवैध कब्जा बताया गया है। इसी तरह शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमिलिया की एक एकड़ 17 ढिस्मिल जमीन वहां के दबंगों ने अपने कब्जे में कर रखा है। विद्यालय की भूमि से सटाकर अधिकांश दुकानें बना ली गई हैं। सपही विद्यालय के 45 ढिस्मिल जमीन अतिक्रमण के चपेट में है। पथरौला विद्यालय के 88 ढिस्मिल जमीन में लम्बे समय से विवाद चल रहा है। कन्या मझौली की भूमि भी अतिक्रमण के चपेट में बताई जा रही है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मड़वास के डेढ़ एकड़ से ज्यादा की भूमि में स्थानीय लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। यहां अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही भी हो चुकी है लेकिन मतलब कुछ भी नहीं निकला है। यहीं हाल टिकरी विद्यालय का भी है जहां दो एकड़ 77 ढिस्मिल जमीन अवैध कब्जे में बताई जा रही है। कुल मिलाकर जिले में 35 हायर सेकण्ड्री और हाई स्कूल की सरकारी भूमि को अतिक्रमण ने लील लिया है। माध्यमिक और प्राथमिक विद्यालयों की यदि बात करें तो यहां की जमीन को भी अतिक्रमणकारियों ने नहीं छोड़ा है। 57 मिडिल व प्रायमरी स्कूल अतिक्रमण के चपेट में देखे जा रहे हैं। सरकारी स्कूलों की भूमि दिनोंदिन अतिक्रमण से सिकुड़ती जा रही है लेकिन इस ओर कोई अभी तक अभियान नहीं चल सका है। शिक्षा विभाग के अधिकारी केवल लिखा-पढ़ी तक सीमित देखे जा रहे हैं। स्थानीय स्तर पर जहां के प्राचार्य कुछ जागरूक हैं वे जरूर विद्यालय की भूमि वापस पाने संघर्ष कर रहे हैं किन्तु वरिष्ठ अधिकारियों का अपेक्षित सहयोग न मिल पाने के कारण उनका संघर्ष भी कामयाब नहीं हो पा रहा है। दरअसल में कस्बाई इलाको में स्थित सरकारी स्कूलों की भूमियों पर अवैध कब्जा करने स्थानीय लोग नजर गड़ाये रहते हैं और मौका पाते ही कहीं दुकान तो कहीं मकान का निर्माण कर लेते हैं। 
 

Created On :   10 Aug 2020 6:23 PM IST

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