- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- मंत्रालय में मिलने पर भाजपा ने की...
मंत्रालय में मिलने पर भाजपा ने की उच्च स्तरिय जांच की मांग
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मंत्रालय में शराब की खाली बोतलें मिलने से हड़कंप मच गया है। मंत्रालय में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी होती है और कोरोना संक्रमण के चलते फिलहाल आम लोगों को एक निर्धारित प्रक्रिया का पालन कर इजाजत लेने के बाद ही भीतर जाने की अनुमति है। मंत्रालय के भीतर दाखिल होने से पहले लोगों और उनके पास मौजूद सामान की जांच होती है। ऐसे में शराब की इतनी बोतलें अंदर कैसे पहुंची इसे लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
विवाद तूल पकड़ने के बाद सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं भाजपा ने इस मामले में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मंत्रालय में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए 15 दिन में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। बरामद हुईं शराब की खाली बोतलें मंत्रालय की निचली मंजिल पर कैंटीन की और जाने वाली सीढ़ियों के नीचे रखी हुईं थीं। यही मुख्यमंत्री, कुछ मंत्रियों और मुख्य सचिव के कार्यालय हैं।
सामान्य प्रशासन विभाग के राज्य मंत्री दत्तात्रय भरणे ने मीडिया से बातचीत में आशंका जताई है कि यह निर्माणकार्य के लिए मंत्रालय में आने वाले निजी ठेकेदारों और मजदूरों का काम हो सकता है। उन्होंने कहा कि इस मामले की गहराई से छानबीन कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षा में लापरवाही से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि अधिकारियों द्वारा जारी वैध पास के बिना कोई मंत्रालय में प्रवेश नहीं कर सकता।
मंत्रालय को बना दिया मदिरालय-भाजपा
भारतीय जनता पार्टी ने मंत्रालय में शराब की खारी बोतलें मिलने पर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सरकार ने मंत्रालय को मदिरालय बना दिया है। विधान परिषद में विरोधी पक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा कि मंत्रालय से शराब की बोतलें बरामद होने की घटना राज्य की प्रतिष्ठा पर कालिख पोतने वाली है। दरेकर ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र भेजकर इस गंभीर मामले की जांच के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) की अध्यक्षता में समिति बनाने और छानबीन 15 दिन में पूरी करने की मांग की। दरेकर ने सवाल किया कि इतनी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को पार कर मंत्रालय में शराब की बोतलें कैसे ले जाईं गईं।
वहीं भाजपा विधायक नितेश राणे ने ट्वीट किया कि ‘उन्हें मंत्रालय में शराब की बोतल मिलने पर कोई आश्चर्य नहीं हुआ क्योंकि नाइटलाइफ गैंग का मंत्री वहीं रहता है इसलिए वहां शराब, पार्टी और बहुत कुछ होगा।’ उन्होंने आगे लिखा कि मंत्रालय में दाखिल होने से पहले लोगों की कोरोना जांच के साथ शराब की भी जांच की जानी चाहिए खासकर पेंग्विन गैंग की। भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने कहा कि राज्य सरकार की शराब के कारोबारियों से हमदर्दी है। इसीलिए महाविकास आधाड़ी सरकार ने चंद्रपुर जिले में शराब की बिक्री और वितरण पर लगी रोक हटा दी। कोविड के दौरान सरकार ने दूसरी दुकानों से पहले शराब की दुकाने खोलने की इजाजत दे दी।
Created On :   10 Aug 2021 7:56 PM IST