निगम के बसों की बदहाली से यात्री हलाकान 

Due to the plight of the corporations buses, passengers worried
निगम के बसों की बदहाली से यात्री हलाकान 
अकोला  निगम के बसों की बदहाली से यात्री हलाकान 

डिजिटल डेस्क, अकोला। निगम के बसों के किराए में बेतहाशा वृध्दि हो गई है इसके अनुपात में सड़कों पर दौड़ने वाली लालपरी (बस) की हालत दिन ब दिन बदत्तर होती जा रही है। बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों को बैठने के लिए उचित सीट तथा ध्वनी प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है। यात्रा करने के दौरान यात्रियों की पहली पसंद रेल है, वहीं ग्रामीण अंचलों तक पहुंचने के लिए यात्री निगम की बसों को प्राथमिकता देते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जाने वाले यात्री निगम की बस उपलब्ध न होने पर दूसरे यात्री ढुलाई करने वाले वाहनों को प्राथमिकता देते हैं। डिजल के बढते दाम के कारण निगम प्रशासन ने टिकटों के दाम भी बढा दिए गए हैं। निगम द्वारा यात्रियों से लिए जाने वाले किराए के अनुपात में उन्हें नाममात्र भी सुविधाएं नहीं दी जा रही है। निगम की अधिकतर लालपरी के अंजर पंजर ढीले हो चुके है जिससे उत्पनन होने वाली आवाज के कारण बस में सफर करने वाले यात्री नीचे उतरने के बावजूद तकरीबन दो घंटे तक वही आवाज की ध्वनी उन्हें सुनाई देने का आभास होता है। इसके अलावा बसों में लगी सीट उखडकर नीचे गिर पड़ी है तथा सीट पर बैठने के बाद आराम के इरादे से पीठ को टिका कर बैठने का प्रयास करने पर गद्दी ही नदारद है यात्रियों का आरोप है कि निगम प्रशासन यात्रियों से किराए की रकम तो पूरी वसूल कर रही है उसके अनुपात में सुविधाएं नहीं दे रही है। आज के स्पर्धा के दौर में निजी बस कंपनियों से स्पर्धा करते हुए निगम प्रशासन को अस्तित्व बनाए रखने के लिए यात्रियों की सुविधाओं की ओर ध्यान देना आवश्यक है। 

Created On :   5 Jun 2022 4:11 PM IST

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