गणेश मूर्ति के विसर्जन टैंक में  पेयजल का इस्तेमाल नहीं होगा, महापौर ने दिए निर्देश

Drinking water will not be used in the immersion tank of ganesh sculpture
गणेश मूर्ति के विसर्जन टैंक में  पेयजल का इस्तेमाल नहीं होगा, महापौर ने दिए निर्देश
गणेश मूर्ति के विसर्जन टैंक में  पेयजल का इस्तेमाल नहीं होगा, महापौर ने दिए निर्देश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जलसंकट से जूझ रहे शहर पर भविष्य में ऐसी नौबत न आए, इसलिए गणेशमूर्ति विसर्जन टैंक में पेयजल का इस्तेमाल नहीं करने का सुझाव ग्रीन विजिल फाउंडेशन ने दिया था। इसे स्वीकृत करते हुए महापौर नंदा जिचकार ने मनपा प्रशासन को कृत्रिम विसर्जन टैंक में कुओं तथा अन्य जलस्रोतों के पानी का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए हैं। 

पीओपी मूर्तियों के पीछे लाल निशान जरूरी
आगामी गणेशाेत्सव की शहरभर में तैयारी चल रही है। महापौर की अध्यक्षता तथा स्वास्थ्य समिति सभापति वीरेंद्र कुकरेजा की उपस्थिति में स्थायी समिति सभागृह में मनपा प्रशासन और स्वयंसेवी संगठनों की बैठक लेकर पर्यावरणपूरक गशोत्सव की दृष्टि से तैयारी की समीक्षा ली गई। जलाशयों को प्रदूषण से बचाने उच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन कर पीओपी मूर्तियों के पीछे लाल निशान लगाने के निर्देश दिए गए। निर्देशों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश भी दिया।

बैठक में नेता प्रतिपक्ष तानाजी वनवे, सत्तापक्ष प्रतोद दिव्या धुरडे, स्वास्थ्य समिति उपसभापति नागेश सहारे, सदस्य विशाखा बांते, लीला हाथीबेड, रूपा रॉय, सुनील अग्रवाल, अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी, अजीज खान, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुनील कांबले, डॉ. विजय जोशी, सहायक आयुक्त गणेश राठोड़, राजू भिवगड़े, हरीश राऊत, अशोक पाटील, सुभाष जयदेव, ग्रीन विजिल फाउंडेशन के संस्थापक कौस्तभ चटर्जी, सुरभि जैस्वाल, किंग कोबरा आर्गनाइजेशन यूथ फोर्स के अरविंद कुमार रतुड़ी, वनराई फाउंडेशन के बाबा देशपांडे, रोटरी क्लब ऑफ नागपुर की डॉ. दीपा जमवाल, जोगी भासम, रोटरी क्लब ऑफ नागपुर मिहान टाउन के पराग घुबड़े, हिमांशु झाकर, जनजागृति आह्वान समिति के प्रदीप हजारे, अनुज समुंद्रे, निसर्ग विज्ञान के डॉ. विजय घुगे आदि उपस्थित थे।

नाईक तालाब में भी विसर्जन पर पाबंदी 
पिछले वर्ष सोनेगांव, गांधीसागर, सक्करदरा, अंबाझरी तालाब में मूर्ति विसर्जन पर पाबंदी लगाई गई थी। इस वर्ष एक कदम आगे बढ़ाते हुए नाईक तालाब में भी मूर्ति विसर्जन पर पाबंदी लगा दी गई है। 

रबर की जगह बनेंगे सेंट्रिंग टैंक 
मूर्ति विसर्जन के लिए रबर के कृत्रिम टैंक बनाए जाते थे। एक बार उपयोग करने पर खराब हो जाने से हर वर्ष नए खरीदी करने पड़ते हैं। इसका मनपा पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ता है। इसे कम करने के लिए इस वर्ष सेंट्रिंग सामग्री का इस्तेमाल कर कृत्रिम टैंक बनाने के स्वास्थ्य समिति सभापति वीरेंद्र कुकरेजा ने निर्देश दिए। विसर्जन टैंक के लिए पिछले वर्ष जिला नियोजन समिति की ओर से निधि आवंटित की गई थी। इस वर्ष भी निधि आवंटित करने का प्रस्ताव जिला नियोजन समिति के पास भेजा जाएगा। विसर्जन स्थल पर विद्युत व्यवस्था तथा स्वच्छता रखने के निर्देश दिए गए।

निर्माल्य का अगरबत्ती के लिए उपयोग
मूर्तियों का विसर्जन करने पर भारी मात्रा में निर्माल्य सामग्री इकट्ठा हाेती है। इसका सुगंधित अगरबत्ती तथा अन्य उत्पादनों के िलए उपयोग किया जाता है। उत्पादकों को निर्माल्य नि:शुल्क देने के महापौर ने निर्देश दिए। गणेशोत्सव शांतिपूर्वक मनाने की दृष्टि से गणेश मंडलों के प्रतिनिधि, यातायात विभाग तथा पुलिस प्रशासन का सहयोग लिया जाएगा। 
 

Created On :   7 Aug 2019 3:44 PM IST

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