शिवसेना में सामने आया असंतोष, नेतृत्व को लेकर नई हलचल

Dissatisfaction in Shiv Sena, new stir over leadership
शिवसेना में सामने आया असंतोष, नेतृत्व को लेकर नई हलचल
शिवसेना में सामने आया असंतोष, नेतृत्व को लेकर नई हलचल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शिवसेना में संगठनात्मक फेरबदल के आसार देखते ही शहर में असंतोष सामने आने लगा है। शहर नेतृत्व को लेकर असंतुष्ट कार्यकर्ता एकजुट होने लगे हैं। नये नेतृत्व को मौका देने की मांग की जा रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इस संबंध में निवेदन दिया जा रहा है। गौरतलब है कि शिवसेना में संगठनात्मक पुनर्गठन की तैयारी चल रही है। समन्वयक नियुक्ति के माध्यम से संगठन में फेरबदल की शुरुआत हुई है। विदर्भ में दो नये समन्वयक नियुक्त किए गए है। अरविंद नेरकर को पश्चिम विदर्भ व प्रकाश वाघ को पूर्व विदर्भ का समन्वयक बनाया गया है। विदर्भ के संपर्क प्रमुख व जिला संपर्क प्रमुख भी जल्द बदलने के संकेत दिए जा रहे हैं। संगठनात्मक बदलाव की तैयारी देखते हुए शहर शिवसेना के असंतुष्ट कार्यकर्ता एकजुट हुए हैं। शहर नेतृत्व के विरोध में असंतुष्ट कार्यकर्ताओं की बैठक रविवार को गुरुदेवनगर के मंगलमूर्ति लान में हुई है। बैठक में कार्यकर्ताओं ने जिला प्रमुख प्रकाश जाधव की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये। कार्यकर्ताओं ने कहा कि जाधव के नेतृत्व में संगठन विस्तार नहीं हो पा रहा है। केवल गुटबाजी बढ़ रही है। सूचना के अधिकार के तहत केवल कुछ मामलों की जानकारी लेने तक संगठन के पदाधिकारी सीमित है। असंतुष्ट कार्यकर्ताओं के जिला प्रमुख को हटाने की मांग की है। इससे पहले भी असंतुष्टों ने मुंबई जाकर नागपुर कार्यकारिणी में बदलाव की मांग की थी। इस बार खुलकर प्रदर्शन करने की तैयारी की गई है।

ये थे उपस्थित

असंतुष्टों की बैठक में शिवसेना के दक्षिण नागपुर विधानसभा संगठक राजेश कनोजिया, पूर्व नगरसेवक बंडू तलवेकर, विभाग प्रमुख मनोज साहू, पूर्व सचिव शरद सरोदे, पूर्व उपजिला प्रमुख ओंकार पारवे, सुखदेव ढोके, राजू रुईकर, केतन रेवतकर, अनिल बोरकर, प्रवीण अंधारे, राजेश गुजर, जयंत कोकाटे, प्रशांत चावके, धीरज काटे, सागर मौंदेकर, राजेश मासूरकर, सोनूसिंह गौर, योगेश क्षेत्रपाल, विशाल मानवटकर , आनंद नेऊलगांवकर उपस्थित थे।

चलेगा शिकायतों का दौर

यह भी बताया जा रहा है कि शहर शिवसेना में नए सिरे से शिकायतों का दौर चलने लगा है। जिला प्रमुख के विरोध में असंतोष जतानेवालों से पूछा जा रहा है कि उनका संगठन में क्या योगदान रहा है। एक पूर्व नगरसेवक की भूमिका पर यह कहकर सवाल उठाये जा रहे हैं कि लगभग सभी जिला प्रमुखों का विरोध करते रहने वाले उन असंतुष्टों का उद्देश्य किसे लाभ पहुंचाना है। असंतोष के मामले में दो पूर्व जिला प्रमुखों की भूमिका पर भी सवाल उठाये जा रहे हैं। संगठन कार्य में बाधक बने नेताओं के िवरोध में वरिष्ठ स्तर पर शिकायत करने की भी जानकारी दी जा रही है। 



 

Created On :   2 March 2020 7:05 PM IST

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