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मनमाने बिजली बिल से असंतोष गहराया, सीएम हेल्पलाइन में शिकायतों का अम्बार
डिजिटल डेस्क , कटनी । कोरोना संक्रमण की पहली लहर में लगे लॉकडाउन के दौरान के अस्थगित किए गए बिजली बिल के लिए प्रदेश शासन की समाधान योजना उपभोक्ताओं को रास नहीं आई। इसका एक कारण अनाप-शनाप बिलिंग मानी जा रही है। मनमाने बिजली बिल से परेशान उपभोक्ता कलेक्टर की जनसुनवाई से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक शिकायतें दर्ज करा रहे हैं पर उन्हे कहीं राहत नहीं मिल रही है। समाधान योजना के नाम पर शासन ने विद्युत वितरण कंपनी की माली हालत सुधारने का प्रयास किया लेकिन उपभोक्ताओं ने रुचि ही नहीं ली। इस योजना के हश्र का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिले में एक लाख 37 हजार उपभोक्ताओं से 60 करोड़ रुपये वसूली का टारगेट था लेकिन उसमें से महज 68 लाख रुपये ही जमा हो पाए। जबकि शासन ने समाधान योजना की अवधि 15 जनवरी से बढ़ाकर 31 जनवरी कर दी थी फिर लोग छूट के बाद भी बकाया बिजली बिल जमा करने आगे नहीं आए।
थमा दिया एक लाख, 60 हजार का बिल
विद्युत वितरण केन्द्र कटनी शहर के बाबूलाल बजाज को एक लाख, 60 हजार रुपये का बिल दिया गया। श्री बजाज के अनुसार उनके घर का हर माह अधिकतम 200 रुपये बिजली बिल आता था। इस बार एक साथ एक लाख, 60372 रुपये का बिल दे दिया। सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने पर विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी ने जवाब दर्ज कराया कि शकायतकर्ता की शिकायत अनुसार शिकायतकर्ता की मीटर रीडिंग 17780 एवं खपत 17779 यूनिट का 60327 रुपये का बिल जारी किया गया था। दक्षता रीडिंग की जांच कर बिल में सुधार कर दिया गया था।
रीडिंग 7641, बिल 8156 का जारी कर दिया
नगर के वार्ड क्रमांक -11 जगमोहनदास वार्ड नई बस्तीनिवासी मनीष खरे के अनुसार जनवरी में उन्हे जो बिजली बिल दिया गया उसमें मीटर रीडिंग 8156 दर्ज है जबकि उस समय उनके मीटर में कुल खपत 7641 यूनिट थी। सीएम हेल्पलाइन में शिकायत के बाद विद्युत अधिकारियों ने तीन बार बुलाया और बिल सुधार करने से साफ इंकार कर दिया। उपभोक्ता के अनुसार जब बिल में सुधार ही नहीं करना था तो उन्हे बार-बार क्यों भटकाया जा रहा है। अनिल कुमार तिवारी को 6932 रुपए का बिल आया है। इसमें से 6000 रुपये जमा कर दिए। अब फिर से 7793 रुपये बकाया का बिल दे दिया। इस शिकायत को भी फोर्स क्लोज कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। 45 हजार में 28000 माफ करने का दावा, फिर भेजा 42000 का बिल खिरहनी निवासी गनपत लाल कोरी भी मनमाने बिजली बिल से परेशान हैं। पहले उन्हे 45376 रुपये का बिल दिया गया। शिकायत करने पर सुधार कर 28 हजार रुपये माफ करने का दावा किया गया। अगले माह फिर से 42002 रुपये का बिल भेज दिया। अब विद्युत मंडल के अधिकारी कहते हैं कि पूर्व का बिल 62000 रुपये था, जिसमें से 28 हजार रुपये माफ किया है इसलिए 42 हजार रुपये जमा करने होंगे। गनपत लाल के अनुसार इतनी तो उनकी छह माह की आमदनी भी नहीं है जितना बिजली बिल आया है। सीएम हेल्पलाइन में शिकायत पर भी निराकरण किया नहीं गया वरन बिल को सही ठहराकर स्पेशल क्लोज की अनुशंसा कर दी गई।
इनका कहना है
समाधान योजना में जिले के एक लाख 37 हजार उपभोक्ताओं से 60 करोड़ रुपये जमा कराने का लक्ष्य था। इसमें से ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं ने 46 लाख एवं शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं ने 22 लाख रुपये जमा कराए। इस तरह जिले में कुल 68 लाख रुपये की राशि ही जमा हुई है।
Created On :   10 Feb 2022 3:31 PM IST