बेमौसम बारिश से गेहूं की फसल को नुकसान

डिजिटल डेस्क, अकोट. तालिका के अकोलखेड़, अकोली जहांगीर, अंबोडा, दहीखेल फुटकर, पोपटखेड़ के खेतों में 15 मार्च की रात हुई बारिश से गेहूं की फसल कटने पर आ गई थी, परंतु इस बारिश के कारण फसल जमीन पर गीर गई है। इस कारण किसानों को गेहूं उपज से आशा थी परंतु अब वह भी चौपट गो गई है। आज गेहूं के दान दिन ब दिन तेजी से बढ़ रहे थे इस कारण अपने खेतों की गेहूं की फसल से किसानों को अच्छी उपज की आशा थी। परंतु रात में हुई बारिश के कारण परिसर की गेहूं की खेती की फसले जो सुखकर काटने के लिए तैयार थी पूर्ण रुप से जमिन पर गीर गई है। एक तो पहले ही शासन की ओर से किसानों को अभी तक अतिवृष्टी की नुकसान भरपाई प्राप्त नहीं हुई है और उसपर इस बेमौसम बारिश के कहर ने हाथ आई फसल को भी बर्बादी की ओर पहुंचा दिया है। इस कारण किसानों को सरकार की ओर से इस नुकसान का पंचनामा कर तुरन्त मदद देकर किसानों को इस निराशा से बाहर निकालने की अपील की जा रही है। गेहूं जीवन यापन के लिए एक महत्वपूर्ण घटक है और गेहूं का नुकसान किसानों के लिए निराशा की बात है।
ललित नगराले
संदीप देऊलकर, किसान के मुताबिक बेमौसम बारिश के कारण निकालने पर आई हुई गेहूं की फसल खेतों में बीखर गई है। इस कारण अब गीली हुई गेहूं की फसल निकालने पर एक तो गेहूं में कालापन आता है और उसमें कंकड़ और मिट्टी अधिक मात्रा में आने से फसल को मिट्टी मोल दाम में बेचना पड़ता है।
Created On :   19 March 2023 5:51 PM IST