- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- सतना
- /
- यूपी-एमपी के 25 अफसरों को ठग चुका...
यूपी-एमपी के 25 अफसरों को ठग चुका है अंतरराज्यीय साइबर गिरोह, 6 आरोपी ट्रांजिट रिमांड पर
डिजिटल डेस्क, सतना। फेसबुक पर यहां के जिला मजिस्ट्रेट और कलेक्टर डा.सतेन्द्र सिंह की फेक आईडी बना कर उनके एक म्युचुअल फ्रेंड से 20 हजार की ठगी के आरोप में झारखंड में सतना पुलिस के हत्थे चढ़ा अंतरराज्यीय साइबर गिरोह इससे पहले इसी तरह से यूपी-एमपी के तकरीबन 25 अफसरों को ठग चुका है। मास्टर माइंड समेत 6 आरोपियों को झारखंड से ट्रांजिट रिमांड पर लाने के बाद गुरुवार को यहां जिला पुलिस प्रमुख रियाज इकबाल ने एक प्रेस कांफ्रेस में बताया कि गैंग के सदस्य पहले फेसबुक पर बड़े अफसरों की आईडी सर्च करते थे , फिर उनकी फेक आईडी बनाकर म्युचुअल फ्रैंड को जोड़ते थे। और,फिर मैसेंजर के जरिए चैटिंग करके ठगते थे। उन्होंने बताया कि आरोपियों से 7 महंगे मोबाइल, 2 पासबुक और कई फर्जी दस्तावेज के साथ नकदी भी बरामद कर जब्त की गई है। उल्लेखनीय है, 31 जुलाई को सिटी कोतवाली में कलेक्टर डा.सिंह की शिकायत पर अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध आईपीसी की दफा - 419, 420, 467, 468 ,120 बी और आईटी एक्ट -2008 के सेक्सन 66 सी-66 डी के तहत अपराध कायम करते हुए जांच शुरु की गई थी।
सिर्फ एक स्क्रीन शॉट से गिरेबान तक
एसपी ने बताया कि सुराग के नाम पर पुलिस के पास महज फेसबुक का एक स्क्रीन शॉट था, जिसमें ठगी की रकम जमा करने के लिए बैंक का एकाउंट नंबर दर्ज था। इसी स्क्रीन शॉट को आधार बना कर साइबर सेल के साथ जांच टीम को सक्रिय किया गया। जांच में ये तथ्य सामने आया कि खाता नंबर झारखंड के जमशेदपुर में प्रांतिका अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर-बी/4/2 निर्मल नगर दुमहनि सोनारी निवासी पुष्पाकर आर्या का है। झारखंड पहुंची सतना पुलिस ने दबिश के दौरान पुष्पाकर को पकड़ा तो पता चला कि कमीशन के लालच में उसने ठगी की रकम के लिए अपना एकाउंट नंबर दिया था। पुष्पाकर से ही पुलिस को 5 अन्य आरोपियों के सुराग मिले।
मास्टर माइंड की उम्र महज 22 वर्ष
सरसरीतौर पर पुलिस की जांच में ये तथ्य भी सामने आया है कि अंतराज्यीय साइबर गैंग का मास्टर माइंड कुनाल गोस्वामी पिता बबलू महज 22 वर्ष का है। इस आरोपी को सतना पुलिस ने झारखंड के धनबाद जिले के निरसा थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव से पकड़ा। इसने आईटीआई कर रखी है। इसी के साथ यहीं से पकड़ में आया 26 वर्षीय अमर दत्ता पिता सागर, मास्टर माइंड कुनाल का राइट हैंड था। बताया गया है कि कुनाल और अमरदत्ता ही फेसबुक पर अफसरों की आईडी सर्च करके फेक आईडी बनाते थे और फिर रिक्वेस्ट भेज कर म्युचुअल फ्रैंड को जोड़ते थे। दोनों मैसेंजर पर चैटिंग करते थे और बैंक एकाउंट भी उपलब्ध कराते थे।
ऐसे होता था बैंक खातों का जुगाड़
अंतराज्यीय साइबर गिरोह का मास्टर माइंड कुनाल गोस्वामी और उसके राइट हैंड अमरदत्ता ने ठगी की रकम को जमा कराने के लिए बैंक खातों के साथ एटीएम कार्ड, पासबुक और चेकबुक के प्रबंध का कमीशन पर दे रखा था। पुलिस के हाथ लगे आरोपी योगेन्द्र उर्फ चंदन अग्रवाल पिता कैलाश (34) निवासी शिवाजी पथ उलेयान कदमा थाना जमशेदपुर , अमित सिन्हा पिता विनय (33) निवासी न्यू मीरूडीह काली मंदिर बस्ती आदित्यपुर थाना आरटीआई इंडस्ट्रीयल सरायकेला खरसावां और बिट्टू सतपथी पिता आदित्य निवासी इच्छापुर ग्वालपाड़ा आदित्यपुर सरायकला खरसावा मूलत: कमीशन पर बैंक खातों का प्रबंध किया करते थे। इसके लिए ये जालसाज गरीब और अनपढ़ लोगों को लालच देकर झांसे में फंसाते थे। बताया ये भी गया है कि पुष्पाकर आर्या भी ऐसे ही लोभ में आकर गिरोह के चंगुल में फंस गया। उल्लेखनीय है,आमतौर पर टेरर फडिंग के लिए आतंकवादियों के फंड मैनेजर भी यही तरकीब अपनाते हैं।
Created On :   9 Aug 2019 1:57 PM IST