उड़ान पुल के कई खंबों के पास दरारें, कार्य घटिया दर्जे का होने का आरोप

Cracks near many poles of the flying bridge, allegation of low standard work
उड़ान पुल के कई खंबों के पास दरारें, कार्य घटिया दर्जे का होने का आरोप
भंडारा उड़ान पुल के कई खंबों के पास दरारें, कार्य घटिया दर्जे का होने का आरोप

डिजिटल डेस्क, भंडारा। लाखनी शहर से जाने वाले राष्ट्रीय महामार्ग क्रमांक 53 (पुराना 6) पर बनाए गए उड़ान पुल को 29 अप्रैल से यातायात के लिए खोल दिया गया है। इस उड़ान पुल से यातायात शुरू हुए एक सप्ताह भी पूरा नहीं हुआ और कई स्थानों पर पिल्लरों के पास गैप बढ़कर दो हिस्से दिखाई दे रहे है। ऐसे में यहां इन पिल्लरों पर से वाहन गुजरते समय कर्णकर्कश आवाज होकर यहां बड़े पैमाने पर ध्वनि प्रदूषण हो रहा है। यहां उड़ान पुल के पिल्लर क्रमांक 70, 61, 58, 55, 52, 49, 47, 44, 41, 31, 29, 23 व 10 इन पर दो गालों के बीच में रखी गई गैप बढ़ गई हैं। ऐसे में इस उड़ान पुल का निर्माणकार्य निकृष्ट है या तकनीकी दोष? ऐसा सवाल उठाते हुए स्थानीय नागरिकों ने राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों से तत्काल इस उड़ान पुल का निरीक्षण कर जांच कराने की मांग स्थानीय नागरिकों ने की है। यहां बता दें कि लाखनी शहर से जाने वाले राष्ट्रीय महामार्ग क्रमांक 53 यह फोरलेन होकर यहां घटित कई दुर्घटनाओं में कई लोगों की मृत्यु हुई है, तो कइयों को हमेशा के लिए विकलांगता आयी है। ऐसे में स्थानीय नागरिकों द्वारा यहां महामार्ग पर उड़ान पुल बनाने की मांग बढ़ने लगी थी। आम जनता की मांग पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सहानुभूति पूर्वक विचार कर यहां महामार्ग पर उड़ान पुल के निर्माण के लिए मंजूरी दी गई। इसके लिए ई-निविदा पद्धति से निर्माणकार्य का ठेका जे.एम. सी. कंपनी को दिया गया था। लगभग ढाई वर्ष में निर्माणकार्य पूर्ण होकर महीना बितने पर भी लोकार्पण नहीं किया जा रहा था। इधर, शहर में दिनोंदिन बढ़ती यातायात की गंभीर समस्या के चलते वाहन चालकों, राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में 30 अप्रैल को निर्माणाधीन उड़ान पुल का लोकार्पण करो, अन्यथा 1 मई को हम लोकार्पण करेंगे, ऐसी चेतावनी पालकमंत्री विश्वजीत कदम, स्नातक मतदार क्षेत्र के विधायक अभिजीत वंजारी, नाना गावंडे, जिप सदस्य मदन रामटेके, शीतल राऊत ने प्रशासन को दी थी। जिसके चलते 29 अप्रैल को जे.एम.सी. कंपनी के अधिकारी व कर्मचारियों ने उक्त उड़ान पुल यातायात के लिए शुरू किया। यातायात शुरू हुए हप्ता गुजरते ही उक्त पिल्लरों के दो गालों के बीच में रखी गई गैप और अधिक बढ़ गई। इन पिल्लर पर से वाहन जाते समय जोर का आवाज आता है। ऐसे में इस उड़ान पुल का निर्माणकार्य निकृष्ट हंै या तकनीकी दोष? ऐसा सवाल स्थानीय नागरिकों द्वारा उठाया जा रहा है।  

निरीक्षण कर रहे हैं अधिकारी

 रमेश गोला, मैनेजर (टेक्निकल), एनएचआई, (पीआईयु 1) के मुताबिक उड़ान पुल जेएमसी कंपनी के अधिकारी निरीक्षण कर रहे हंै। लुज सीमेंट गिरने पर तत्काल मरम्मत कार्य किया जा रहा है। यातायात शुरू होने पर आने वाली सामान्य समस्याएं दूर की गई है। 


 

Created On :   11 May 2022 7:03 PM IST

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