10 की जगह किया 40 शौचालयों का भुगतान, 'समग्र स्वच्छता अभियान' में फर्जीवाड़ा

Corruption in Holistic hygiene campaign in damoh district MP
10 की जगह किया 40 शौचालयों का भुगतान, 'समग्र स्वच्छता अभियान' में फर्जीवाड़ा
10 की जगह किया 40 शौचालयों का भुगतान, 'समग्र स्वच्छता अभियान' में फर्जीवाड़ा

डिजिटल डेस्क दमोह। जिपं दमोह में आए दिन किसी न किसी मामले में वित्तीय अनियमित्ताओं और शासकीय दस्तावेजों में हेराफेरी कर आर्थिक लाभ लेने का मामला उजागर हो रहा है और इस मामले में यहां पर पदस्थ लेखाधिकारी अवधेश गौतम द्वारा इसे खुलेआम किया जा रहा है। लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा शिकायत होने के बाद भी कार्रवाई न  होने से इनके मनसूबे बढ़ रहे है।
    इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार जपं पटेरा की ग्राम पंचायत मंगोलपुर में वर्ष 2016 में समग्र स्वच्छता अभियान के तहत शौचालयों का निर्माण किया गया था और इस हेतु भुगतान के लिए ग्राम पंचायत मंगोलपुर द्वारा 10 शौचालयों के भुगतान हेतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पटेरा को पत्र प्रस्तुत किया था। जिस पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जपं पटेरा द्वारा अपने पत्र क्रमांक 1673 वर्ष 16-17 दिनांक 20 अगस्त 16 को जिपं दमोह के लिए इन 10 शौचालयों का भुगतान करने हेतु पत्र भेजा था।
जिपं में की गई हेराफेरी
लेकिन इन दस्तावेजों में जिपं में पदस्थ परियोजना समन्वयक श्रीमती दीपमाला सिकरवाल व लेखाधिकारी अवधेश गौतम द्वारा मिलीभगत कर इसमें कांट- छांट करते हुए जपं द्वारा भेजे गए 10 शौचालयों के स्थान पर 40 बनाकर उनका भुगतान कर दिया गया। जबकि इसमें नियमानुसार लगने वाले प्रपत्र अ, ब पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जपं पटेरा एवं बीसी पटेरा के हस्ताक्षर भी नहीं है और इस बात की जानकारी का उल्लेख संबंधित शाखा के लिपिक द्वारा नोटशीट पर लाए जाने के बाद भी इन दोनों अधिकारियों ने मिलकर इन 10 शौचालयों के स्थान पर 40 शौचालयों का भुगतान 4 लाख 80 हजार रूपए का भुगतान कर दिया गया।
आरोपियों के कथन लेकर शिकायत कर दी नस्तीबद्ध
इस मामले में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसकी शिकायत होने पर जिपं के तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. जेसी जटिया, लेखाधिकारी अवधेश गौतम एवं परियोजना समन्वयक श्रीमती दीपमाला सिकरवार के ही कथन लिए गए जबकि जपं पटेरा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ग्राम पंचायत मंगोलपुर के सचिव सहित बीसी समग्र स्वच्छता अभियान पटेरा व शिकायतकर्ता के किसी भी प्रकार के कथन न लेते हुए अधिकारियों को संरक्षण देकर शिकायत को नस्तीबद्ध कर दिया गया।
इनका कहना है
इस संबंध में पुन: शिकायत प्राप्त हुई है। इसकी जांच के निर्देश दिए गए है। इसमें जो भी दोषी होगा, उसके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
एचएस मीणा सीईओ, जिपं दमोह

 

Created On :   16 Feb 2018 2:22 PM IST

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