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अधिकारियों व ट्रांसपोर्टरों पर दर्ज होगा प्रकरण, कुदरी में कोयला चोरी का मामला
डिजिटल डेस्क उमरिया। एसईसीएल की कुदरी कोल माइंस में बिना रायल्टी पर्ची 1353 वाहनों से कोयला परिवहन का मामला सीएमडी बिलासपुर तक पहुंच चुका है। जनसंपर्क अधिकारी ने कहा है मामले को शीर्ष अधिकारी तक पहुंचाया जायेगा। संलिप्त अधिकारियों व ट्रांसपोर्टरों पर कोयला चोरी का प्रकरण दर्ज कराया जायेगा। उल्लेखनीय है कि खनिज विभाग की जांच रिपोर्ट के आधार पर स्थानीय प्रशासन ने उच्च स्तरीय जांच के लिए खनन मंत्रालय के साथ सीएमडीएम बिलासपुर को भी पत्र लिखा है।
दूसरी ओर कुदरी माइंस से जुड़े सूत्र बताते हैं कुदरी खदान से साइडिंग में कोयला परिवहन के लिए कांटाबाबू से उच्च स्तर तक सभी को हिस्सा पहुंचता था। यही कारण है कि खनिज विभाग की जांच के दौरान भी बकायदा खुलेआम परिवहन चलता रहा। जांच रिपोर्ट के मुताबिक कोयला चोरी में एक दो नहीं बल्कि सात ट्रांसपोर्टर शामिल थे। इनमे सर्वाधिक एसईसीएल के वाहन 508, सतकरता माइनिंग लिमिटेड के 640, सिंह ट्रांसपोर्ट के 177, लीलावती के दो, शिवकुमार यादव के एक, बेबी सिंह चौहान के तीन तथा प्रदीप गुप्ता के वाहन ने एक बार बिना रायल्टी पर्ची के कोयला माइंस से साइडिंग तक परिवहन किया। छह माह में 1353 ट्रिप में 19 हजार 980.92 मीट्रिक टन कोयला ढोया गया। चोर बाजार में इसकी कीमत 29 करोड़ तथा रायल्टी परिवहन में इसकी कीमत 50 करोड़ भी जा सकती है। हालांकि इस संबंध में नौरोजाबाद सब एरिया से उनका पक्ष जानने पर उन्होंने कहा मैं एनुअल सेफ्टी इपेक्शन कर रहा हूं। मामले से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए टाल दिया।
इनका कहना है
उमरिया प्रशासन द्वारा कुदरी नौरोजाबाद कोयला लोड वाहनों की जांच के संबंध में पत्र की जानकारी देखने के बाद भी कुछ कहा जा सकता है। फिर भी यह मामला मेरी संज्ञान में आने पर शीर्ष अधिकारियों के समक्ष रखा जायेगा। भ्रष्ट और लापरवाह अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी।
मिलिंद चहांदे, असिस्टेंट मैंनेजर, सीएमडी कार्यालय बिलासपुर।
Created On :   11 Jan 2018 1:39 PM IST