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किसी भी समय बिजली गुल होने से नागरिक परेशान
डिजिटल डेस्क, अकोला। महानगरपालिका क्षेत्र तथा ग्रामीण क्षेत्रों में तेज धूप, गर्मी के साथ ही लोडशेडिंग की परेशानी से नागरिकों को दो-चार होना पड़ रहा है। जिले के अलग-अलग परिसरों में सुबह, दोपहर या रात के समय बिजली गुल हो रही है, जिससे गर्मी के कारण घरों में बैठना नागरिकों के लिए मुश्किल हो गया है। इस समस्या को लेकर अकोला में राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज हो गई है। लोडशेडिंग को लेकर भारतीय जनता पार्टी की ओर से जहां महाविकास आघाड़ी सरकार पर निशाना साधा जा रहा है, वहां सत्ता में होते हुए भी शिवसेना के स्थानीय पदाधिकारी, कार्यकर्ता भी आंदोलन के मुड़ में है।
लोडशेडिंग रद्द करें : भाजपा
जिले में शुरू किया गया लोडशेडिंग रद्द किया जाए। साथ ही बिजली मूल्यवृध्दि तुरंत पीछे ली जाए। इस आशय की मांग विधायक रणधीर सावरकर के नेतृत्व में भाजपा प्रतिनिधि मंडल ने महावितरण के अधीक्षक अभियंता पवनकुमार कछोट से की। इस अवसर पर चर्चा में कहा गया कि चिखलगांव परिसर के दस गांव अंधेरे में है। वहीं शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में लोडशेडिंग किया जा रहा है। इस कारण गर्मी और मच्छरों के उत्पात से नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच महाविकास आघाड़ी सरकार ने बिजली मूल्यवृध्दि कर नागरिकों को झटका दिया है। जिले में जल्द से जल्द सुचारू रूप से बिजली आपूर्ति की जाए। इस पर संबंधित अधिकारी ने स्पष्ट किया कि बिजली की मांग व आपूर्ति में अंतर आने से मुंबई स्तर से लोडशेडिंग का निर्णय लिया गया है। इस अवसर पर विधायक रणधीर सावरकर के अलावा तेजराव थोरात, माधव मानकर, पांडुरंग लांडगे, कमल केवट, विजय फुकट, विठ्ठल थोरात, पुरूषोत्तम खोत, सोनू यादव, पुरूषोत्तम थोरात आदि उपस्थित थे।
शिवसेना ने दी आंदोलन की चेतावनी
राज्य में शिवसेना, कांग्रेस तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस की महाविकास आघाड़ी सरकार है। आघाड़ी सरकार के दौर में ही लोडशेडिंग का संकट राज्य में गहरा गया है। इस स्थिति में अकोला में लोडशेडिंग के खिलाफ तीव्र आंदोलन छेड़ने की चेतावनी शिवसेना की ओर से दी गई है। महावितरण के अधीक्षक अभियंता पवनकुमार कछोट को सौंपे ज्ञापन में कहा गया कि विगत कुछ दिनों से महानगर में किसी भी समय बिजली कटौती की जा रही है। रात के समय बिजली गुल होने से नागरिकों की रातों की नींद उड़ चुकी है। वर्तमान में धार्मिक त्योहार शुरू है। ऐसा होने पर भी जो लोग नियमित बिजली बिलों का भुगतान करते है उन्हीं के परिसरों में लोडशेडिंग किया जा रहा है। वहीं जिन परिसरों के ग्राहक नियमित बिलों का भुगतान नहीं करते उनके परिसरों में बिजली कटौती नहीं हो रही। यह अन्याय दूर करते हुए सभी परिसरों में लोडशेडिंग बंद रखी जाए। अन्य शिवसेना की ओर से तीव्र आंदोलन छेड़ा जाएगा।
Created On :   13 April 2022 6:29 PM IST