बच्चों ने चलाई जानवरों की सुरक्षा मुहिम, निकाली श्वान के सिर मे फंसी बोतल

Children launched a campaign to protect animals
बच्चों ने चलाई जानवरों की सुरक्षा मुहिम, निकाली श्वान के सिर मे फंसी बोतल
पशुमित्र बच्चों ने चलाई जानवरों की सुरक्षा मुहिम, निकाली श्वान के सिर मे फंसी बोतल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मोहननगर में तीन स्कूली छात्राओं ने एक अनूठी पहल कर श्वान के 6 बच्चों को केवल बचाया ही नहीं, बल्कि रात भर में दत्तक दिलाकर नया घर भी दिलाया है। अब छात्राओं ने शहर के सभी इलाकों में मूक जानवरों को सुरक्षा दिलाने के लिए अपने इंटरनेट ब्लाॅक के माध्यम से आह्वान भी कर डाला है। रविवार को मोहननगर के अपूर्व काम्प्लेक्स की पार्किग में श्वान के बच्चांे को बोरे में भरकर कोई छोड़ गया। इन बच्चों के शोर को सुनकर काम्प्लेक्स के बच्चे इकट्‌ठा हो गए। पार्किग में सार्वजनिक गणेश स्थापना होने के चलते बच्चों की गंदगी से परेशानी होने की शंका सभी जताने लगे। ऐसे में सेंटर प्वाइंट स्कूल की कक्षा 10वीं की छात्रा शताक्षी चाेपड़े ने अपनी बहन सोनाक्षी के साथ मिलकर संकल्प लिया।

दोनों बहनों ने अपनी सहेली स्प्रींका अग्रवाल के साथ मिलकर सभी बच्चों को नहलाकर साफ किया। इसके बाद भोजन देकर समीप के घर में रखकर दत्तक लेने का आह्वान किया।

ब्लॉग से आह्वान

इन छात्राओं ने अपने दायित्व का निर्वाह करने के साथ ही अन्य नागरिकों को प्राणियों के लिए स्नेह भाव रखने का आह्वान भी किया है। इस काम के लिए छात्राओं ने देश और शहर में पिछले कुछ माह में प्राणियों पर हुई हिंसा की घटनाओं का उल्लेख भी किया है। इससे पहले तीनों छात्राओं ने अपने परिसर के साथ ही परिचितों को मिट्‌टी की गणेश प्रतिमा को तैयार करने का भी संदेश दिया था। इतना ही नहीं छात्राओं ने अपने हाथों से निर्मित मिट्‌टी की गणेश प्रतिमाओं को ही घर में स्थापित भी किया है। छात्रा शताक्षी चाेपड़े और सोनाक्षी चोपड़े के पिता सुदेश चोपड़े अभियंता और माता सोनाली चाेपड़े महामेट्रो में अधीक्षक अभियंता के रूप में कार्यरत हैं

सड़क पर पड़ी एक प्लास्टिक की बोतल में श्वान का मुंह फंस गया, जिससे वह काफी पीड़ा में था। पशुमित्रों को इसकी भनक लगने के बाद उन्होंने उसे पकड़कर बोतल काे उसके मुंह से बाहर निकाल दिया। पारशिवनी परिसर में नागपुर के कुछ युवक घूमने गए थे। वहां उन्हें एक श्वान के सिर मे प्लास्टिक की बोतल फंसी दिखाई दी, उनके द्वारा कई प्रयास करने के बाद भी वह बोतल को निकाल नहीं पाए। विकी माहुले द्वारा नागपुर निवासी स्वप्निल बोधाने को इसकी जानकारी दी, पशुप्रेमी अंकित खलोडे ने 40 किमी पारशिवनी जाकर अपनी टीम के हिमांशु गोठवाड, विकी बिरोले, अद्वित गजभिये, आदर्श निनावे के साथ श्वान को पूरे परिसर में खोजना शुरू किया, करिब 2 घंटे के बाद श्वान दिखाई दिया, तो उसे योजनाबद्ध तरीके से पकड़कर उसके सिर से प्लास्टिक की बोतल निकाली।
 

 

Created On :   14 Sept 2021 6:50 PM IST

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