- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- होशंगाबाद
- /
- होशंगाबाद: केंद्रीय मूल्यांकन दल ने...
होशंगाबाद: केंद्रीय मूल्यांकन दल ने बाढ़ प्रभावित ग्रामों का किया निरीक्षण फसल क्षति ,मकान क्षति एवं अन्य नुकसान का लिया जायजा

डिजिटल डेस्क, होशंगाबाद। होशंगाबाद भारत सरकार द्वारा गठित केंद्रीय मूल्यांकन दल शुक्रवार को जिले में अतिवर्षा एवं बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचा। संयुक्त सचिव गृह मंत्रालय श्री आशुतोष अग्निहोत्री एवं अधीक्षक अभियंता (समन्वय) नर्मदा घाटी जलशक्ति मंत्रालय श्री मनोज तिवारी ने बाढ़ प्रभावित ग्राम बांद्राभान, सांगाखेड़ाकला, बालाभेंट आदि ग्रामों का भ्रमण कर फसल क्षति, मकान क्षति एवं अन्य हुए नुकसान का जायजा लिया। इस दौरान कलेक्टर होशंगाबाद श्री धनंजय सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह गौर सहित स्थानीय जनप्रतिनिधगण मौजूद रहे। केंद्रीय जांच दल ने ग्रामवासियों से की चर्चा केंद्रीय मूल्यांकन दल ने बाढ़ आपदा से प्रभावित ग्राम बांद्राभान, सांगाखेड़ाकला एवं बालाभेंट में प्रभावित लोगों से चर्चा की तथा उनके नुकसान की जानकारी ली। सांगाखेड़ाकला में केंद्रीय दल ने पुनिया बाई के क्षतिग्रस्त मकान का अवलोकन किया। पुनिया बाई ने अपने मकान के नुकसान के संबंध में जानकारी केंद्रीय दल को दी। इसी तरह ग्राम बालाभेंट के कृषक शंकरलाल सैनी ने बताया कि उनकी फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है। इस दौरान विधायक श्री सीतासरन शर्मा, विधायक श्री प्रेमशंकर वर्मा, विधायक श्री विजयपाल सिंह सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे। जनप्रतिनिधियों ने केंद्रीय दल को बाढ़ आपदा से हुए फसल, मकान आदि के नुकसान के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। कलेक्टर श्री धनंजय सिंह ने बाढ़ प्रभावित ग्रामों में हुए फसल, मकान आदि के नुकसान के संबंध में केंद्रीय दल को विस्तार से जानकारी दी एवं बाढ आपदा से हुई वस्तु स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि बाढ़ आपदा से ग्रसित इलाकों में प्रभावित लोगों के नुकसान का सर्वे कार्य व्यापक स्तर पर किया जा रहा है। इस दौरान एसडीएम श्री आदित्य रिछारिया, उप संचालक कृषि श्री जितेंद्र सिंह, तहसीलदार श्री शैलेंद्र बड़ोनिया, आलोक पारे, सहित कृषि वैज्ञानिक मौजूद रहे।
Created On :   12 Sept 2020 3:16 PM IST