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बांग्लादेशियों को शासकीय योजनाओं को लाभ देने के मामले
डिजिटल डेस्क सतना। जिले के जैतवारा थाना अंतर्गत मरवा गांव में कतिपय बांग्लादेशियों को शासकीय योजनाओं को लाभ देने के आरोपों की जांच की गंभीरता से नहीं लेने के मामले में यहां के कलेक्टर और एसपी को मय जांच रिपोर्ट लोकायुक्त जस्टिस एनके गुप्ता ने ११ फरवरी को भोपाल तलब किया है। प्रकरण के मुताबिक वर्ष २०१६ में लोकायुक्त भोपाल में इस आशय की शिकायत की गई थी कि जैतवारा थाना क्षेत्र के मरवा गांव में रह रहे आधा दर्जन बांग्लादेशियों को प्रधान मंत्री आवास जैसी योजनाओं के साथ अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।
ये थे जांच के बिंदु :-
शिकायत वर्ष २०१९ में रजिस्टर्ड की गई। आरोप है कि इस संबंध में लगातार पत्राचार के बाद भी लोकायुक्त भोपाल को जिला पंचायत एवं पुलिस विभाग के तबके अधिकारियों द्वारा इस तथ्य की रिपोर्ट नहीं सौंपी गई कि क्या विदेशियों को शासकीय योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है? उनके आधार कार्ड,राशन कार्ड मतदाता पहचान पत्र और निवास संबंधी अनेक दस्तावेजों की वैधानिक स्थिति क्या है? अगर, दस्तावेज वैधानिक नहीं हैं तो जिम्मेदार सरकारी अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
अधिकृत किए गए जिला पंचायत के सीईओ :—
सूत्रों के मुताबिक लोकायुक्त के समक्ष पेशी के लिए कलेक्टर अनुराग वर्मा की ओर से जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डा.परीक्षित राव बतौर प्रतिनिधि अधिकृत किए गए हैं। शिकायत में तबके जिला पंचायत के सीईओ संदीप शर्मा, मझगवां जनपद पंचायत के तत्तकालीन सीईओ और जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी मंगलेश्वर की भूमिका पर सवाल उठाए गए थे।
प्रयागराज भेजी गई पुलिस पार्टी :-
पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि मामले की जांच का जिम्मा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसके जैन को सौंपा गया है। एडीशनल एसपी के नेतृत्व में बनाई गई टीम प्रयागराज के मलावा भेजी गई है। कथित बांग्लादेशियों ने पूछताछ में अपना मूल निवासी प्रयागराज के मलावा बताया था। एसपी ने कहा कि प्रारंभिक स्तर पर चिन्हित ६ संदेहियों के बांग्लादेशी होने के साक्ष्य नहीं मिले हैं। तस्दीक के लिए गई पुलिस पार्टी प्राप्त दस्तावेजों का सत्यापन कर रही है। संदेहियों में से एक इरफान की मौत हो चुकी है। एक अन्य सलतीम अपने मूल निवास में लौट चुका है। जबकि
अब्दुल कयूम, पुरवाहिया खान, रुआब खान और महरुन खान से पूछताछ की गई है।
इनका कहना है:-
१- इस संबंध में लोकायुक्त भोपाल को इससे पहले भी वांछित दस्तावेज उपलब्ध कराए गए हैं। मामले कीे जांच पुलिस अधीक्षक द्वारा भी कराई जा रही है। चाहे गए दस्तावेज पुन: पेश किए जाएंगे।
अनुराग वर्मा,कलेक्टर
२- एडीशनल एसपी के नेतृत्व में जांच दल बनाया गया है। पुलिस पार्टी यूपी के मलावा भेजी गई है। प्रथमदृष्टया संदेहियों के बांग्लादेशी होने के साक्ष्य नहीं मिले हैं। जांच जारी है।
धर्मवीर सिंह, एसपी
Created On :   4 Feb 2022 4:59 PM IST