एमबीए फर्जी एडमिशन का मामला , 134 को कारण बताओ नोटिस

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एमबीए फर्जी एडमिशन का मामला , 134 को कारण बताओ नोटिस

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रदेश में जारी एमबीए एडमिशन में बड़ी धांधली  भास्कर हिंदी डॉट पर सामने लाने  के बाद प्रदेश के एमबीए कॉलेजों और स्टेट कॉमन एंट्रेंस टेस्ट सेल में हड़कंप मच गया है। सोमवार के अंक में एमबीए प्रवेश प्रक्रिया में बड़ी गलती, टॉप 28 में से 8 का सीईटी स्कोर गलत समाचार प्रकाशित किया था। जिसमें बताया गया था कि 8 कैसे विद्यार्थियों ने 99.99 परसेंटाइल के फर्जी स्कोर अपलोड करके अच्छे कॉलेजों में प्रवेश प्राप्त किया। इसके बाद सीईटी सेल नींद से जागा। उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के सहसंचालक डॉ. एस.के.महाजन ने संदेहास्पद एटमा और मैट के  स्कोर कार्ड जमा करने वाले 134 विद्यार्थियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दो दिन में अपनी सत्यता साबित करने के आदेश दिए हैं। इधर मामले में सीईटी सेल आयुक्त आनंद रायते ने भास्कर से बातचीत में बताया कि सीईटी सेल को इस संबंध में 8-10 विद्यार्थियों की शिकायतें मिली हैं। सह-संचालक डॉ. महाजन को भी एडमिशन रेगुलेशन अथॉरिटी अध्यक्ष को स्पष्टीकरण देना होगा। रायते के अनुसार जिन कॉलेज में इन फर्जी स्कोरकार्ड धारक विद्यार्थियों को प्रवेश दिए गए, उन कॉलेजों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने उन्हें सीईटी सेल के माध्यम से शिकायत कराने को कहा है। ऐसे में सीईटी सेल ने इस मामले में विस्तृत जांच बिठा दी है। जल्द ही सीईटी सेल इसके नतीजे पर पहुंचेगा। जरूरी होने पर कार्रवाई भी की जाएगी।

ऐसे हुई गड़बड़ी

दरअसल एमबीए पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को पहले प्रवेश परीक्षा देनी होती है। इसमें एम्स टेस्ट फॉर मैनेजमेंट एडमिशन्स (एटमा) और मैनेजमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट (मैट) भी शामिल है। पिछली चार एटमा परीक्षा का रिजल्ट देखें, तो परीक्षा में किसी भी विद्यार्थी को 99.98 परसेंटाइल से अधिक नहीं मिला है, जबकि सीईटी सेल द्वारा जारी की गई एमबीए की ऑल इंडिया अंतिम मेरिट लिस्ट में टॉप 28 विद्यार्थियों का स्कोर कार्ड देखें, तो इसमें से 8 विद्यार्थियों का एटमा स्कोर 99.99 परसेंटाइल दर्शाया गया है। सीईटी सेल ने भी बगैर पुख्ता पड़ताल किए ऑल इंडिया मेरिट लिस्ट जारी कर दी। इसमें कई फर्जी स्कोर कार्ड धारक विद्यार्थियों को भी अच्छी रैंक मिल गई।

सामने आ रहीं शिकायते 

भास्कर हिंदी डॉट काम द्वारा मामला सामने लाने  के बाद अच्छी रैकिंग से वंचित विद्यार्थियों की पीड़ा सामने आ रही है। नागपुर निवासी एक छात्रा के पिता ने बताया कि उनकी बेटी को 99.96 परसेंटाइल मिला है। वह मुंबई के जमनालाल बजाज इंस्टीट्यूट में प्रवेश लेना चाहती है। लेकिन मेरिट लिस्ट की गड़बड़ी के कारण उनकी बेटी को अंक होने के बावजूद वहां प्रवेश नहीं मिल पा रहा, जिससे उनकी बेटी चिंता में है। उन्होंने यह भी बताया कि मुंबई यूनिवर्सिटी ने अन्य विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए 15 प्रतिशत सीटें आरक्षित रखी हैं। जिसके अनुसार उक्त कॉलेज में ओपन के 7 और ओबीसी के 3 विद्यार्थियों के लिए सीट आरक्षित थी। तीनों ओबीसी विद्यार्थियों को उनकी बेटी से बेहतर स्कोर था, लिहाजा उनकी बेटी को कॉलेज में प्रवेश नहीं मिला।
 

Created On :   24 July 2019 12:06 PM IST

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