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कामकाजी महिलाओं के पाल्यों के लिए बनेंगे केयर सेन्टर, बैठक में जिलाधिकारी के आदेश
डिजिटल डेस्क, अकोला। जिले में जिन महिलाओं को काम के सिलसिले में बाहर कार्यालय में जाना पड़ता है उनके बच्चों की उचित देखभाल के लिए जिले में केअर सेन्टर बनाएं जाने के आदेश जिलाधिकारी नीमा अरोरा ने आज सोमवार को आयोजित जिला कृति दल मिशन वात्सल्य की बैठक में दिए। इस बैठक में जिला महिला बालविकास अधिकारी चंद्रशेखर चेके, जिला बालसंरक्षण अधिकारी राजू लाडुलकर, बालविकास प्रकल्प अधिकारी (नागरी) दिलीप इंगले, बालविकास प्रकल्प अधिकारी (ग्रामिण) अनिता रायबोले, अपर्णा उगले, समाधान राठोड, भारती लांडे, उईके, डॉ.शिवाल, हर्षाली गजभिये आदि की उपस्थिति रही। बैठक के दौरान बताया गया कि कोविड के कारण अपने दोनों-माता-पिता को खोने वाले पांच अनाथों को केंद्र और राज्य सरकारों से राहत राशि मिल गई है और इसे संयुक्त खाते और सावधिक जमा (फिक्स डिपाजिट) में जमा में किया गया है। इसके साथ एक अभिभावक को खोने वाले 143 बालकों के बालसंगोपन योजना का लाभ दिया गया। इस योजना का लाभ देने का काम अभी भी शुरु है। कोविड के कारण घर सम्हालने वाले पुरुष का निधन होने से विधवा हुई उसकी पत्नी को रोजगार के लिए तथा उसके बच्चों के लिए मदद करने हेतु नियोजन बैठक ली गई। इस संबंधित विषय पर प्रति माह तहसील स्तरीय नियोजन बैठक लेकर पात्र लाभार्थियों की मदद करने की बात जिलाधिकारी ने की। जिले में नौकरी व कामकाज के लिए घर से बाहर जाने वाली माताओं के बालकों को संभालने के लिए तहसील बालविकास प्रकल्प अधिकारियों के माध्यम से संगोपन केंद्र शुरु करने का नियोजन करने के निर्देश भी दिए। इस के साथ सर्वोच्च न्यायालय की बाल न्याय निधि के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कोविड से जिस के माता पिता में से किस एक का भी निधन हुआ है उसके लिए उस निधि का शैक्षणिक सामग्री में खर्च करने की बात की। इस निधि का लाभ बच्चों तक पहुंचाने के निर्देश भी जिलाधिकारी ने दिए।
Created On :   10 May 2022 2:32 PM IST