बेशुमार वृक्ष कटाई से बढ़ रहा है बुलढाणा का तापमान

Buldhanas temperature is increasing due to uncountable tree cutting
बेशुमार वृक्ष कटाई से बढ़ रहा है बुलढाणा का तापमान
परेशानी बेशुमार वृक्ष कटाई से बढ़ रहा है बुलढाणा का तापमान

डिजिटल डेस्क, बुलढाणा. विदर्भ के चिखलदऱा के आसपास ठंड मौसम के स्थल के रूप में विख्यात भिल्लढाणा अर्थात बुलढाणा इस जिला मुख्यालय का तापमान दिन-ब-दिन बढ़ रहा है। बता दें कि, ब्रिटिश शासन काल में शहर के ठंड मौसम के कारण अंग्रेज अधिकारियों ने बुलढाणा में निवास करना पसंद करते रहे। उस समय यह शहर चारों ओर से घने वृक्षों से घिरा हुआ था। किंतु तत्पश्चात बुलढाणा परिसर में हुई बेशुमार वृक्षों की कटाई के कारण विगत कई वर्षों से इस शहर के तापमान मे काफी वृध्दि हो रही है। वनविभाग द्वारा प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में पौँधारोपण किया जाता है, किंतु देखरेख के अभाव में पौधे जल जाते हैं। साथ ही जंगल में स्थित वृक्षों की कटाई के कारण जंगल भी खाली होने लगे हैं। अतएव बड़े पैमाने पर पौधारोपण कर उसका संवर्धन करने की भी आवश्यकता है।

मार्च में ही हीट वेव, अप्रैल-मई को लेकर बढ़ी चिंता

बता दें कि, मार्च माह में औसतन तापमान अजंता पर्वत में स्थित राजूर घाट ३८.५ तथा शहर में स्थित जिला सामान्य अस्पताल परिसर ३८.७ है। किंतु सरकारी तालाब व रोपवाटिका है, उस स्थल का तापमान ३९.२ व सुंदरखेड़ का तापमान ३९, कृषि विज्ञान केंद्र शहर के बाहर है, वहां का तापमान ३८.१ डिग्री सेल्सियस है। मार्च माह में यह स्थिति है, अप्रैल-मई में कैसी स्थिती रहेगी? यह सवाल है। बता दें कि, बुलढाणा जिला व तहसील का स्थल है। यह २०.३२ व ७६.११ उत्तर अक्षांश व २०.५३ व ७६.१८ पूर्व रेखांश में स्थित है। बुलढाणा जिले से पैनगंगा नदी बहने से बुलढाणा शहर का तापमान अन्य शहरों से कम रहता है। जिले के मलकापुर, नांदूरा, जलगांव जामोद, संग्रामपुर, खामगांव व शेगांव तहसीलों में ग्रीष्मकाल में तापमान अधिक रहता है।

Created On :   25 March 2022 6:32 PM IST

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